सिलीगुड़ी: जायसवाल ब्याहुत सेवा ट्रस्ट में पिछले दिनों दो गुटों के बीच जारी सत्ता संघर्ष ने गंभीर रूप धारण कर लिया है. स्थिति यह है कि पूरा जायसवाल समाज ही दो गुटों में बंट गया है और इस जाति की प्रमुख संपत्ति बर्दमान रोड स्थित एक भवन पर बर्चस्व स्थापित करने की कोशिश की जा रही है. आरोप यह है कि बिपिन बिहारी गुप्ता उस भवन को हड़पना चाहते हैं. इसीलिए रातोरात उस भवन का नाम बदल दिया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बर्दमान रोड स्थित इस भवन का निर्माण 1988 में शुरू हुआ था और 27 फरवरी, 1999 को यह बनकर तैयार हो गया. तब से लेकर अब तक इस भवन का नाम जायसवाल भवन था, लेकिन पिछले दिनों अचानक इस भवन का नाम बदल कर कलवार भवन कर दिया गया. उसके बाद से ही इस मामले ने तूल पकड़ लिया है.
बिपिन बिहारी गुप्ता के खिलाफ जायसवाल ब्याहुत सेवा ट्रस्ट के लोगों ने मोरचा खोल दिया है. आज बर्दमान रोड स्थित इस भवन के सामने जायसवाल ब्याहुत सेवा ट्रस्ट के सैकड़ों लोग इकट्ठे हो गये और बिपिन बिहारी गुप्ता के खिलाफ जम कर विरोध प्रदर्शन किया.स्थिति बिगड़ते देख मौके पर पुलिस की तैनाती की गयी.इस विराध प्रदर्शन में छोटे छोटे बच्चे भी शामिल थे. इस संबंध में इस संगठन के ट्रस्टी पंकज जायसवाल ने कहा है कि जायसवाल ब्याहुत सेवा ट्रस्ट का गठन 4 जून, 1988 को हुआ था.
उसके बाद से समाज के विभिन्न लोगों के सहयोग से बर्दमान रोड में जायसवाल भवन के नाम से एक भव्य भवन का निर्माण कराया गया. वर्तमान में इस भवन की कीमत करीब 15 करोड़ रुपये के आसपास होगी. इसके अलावा इस भवन से शादी ब्याह आदि के मौसम में लाखों रूपये की आमदनी होती है.उन्होंने कहा कि बिपिन बिहारी गुप्ता ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए इस भवन पर कब्जा कर लिया है और जायसवाल भवन का नाम बदल कर कलवार भवन कर दिया. भवन के नाम परिवर्तन को लेकर उन्होंने ट्रस्टियों की कोई बैठक भी नहीं बुलायी. श्री गुप्ता ने अलग से कलवार सर्ववर्गीय समाज का गठन वर्ष 2008 में किया है.
उसके बाद से ही वह इस भवन पर कब्जे की कोशिश में लगे हुए थे. बिपिन बिहारी गुप्ता के इस प्रयास के खिलाफ दो बार थाने में मामला दर्ज कराये जाने के बावजूद उनके खिलाफ कभी भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. पंकज जायसवाल ने इस मामले को लेकर उनके खिलाफ कोर्ट में मामला करने की धमकी दी है. उन्होंने बिपिन बिहारी गुप्ता पर विभिन्न पुलिस अधिकारियों का नाम लेकर धमकाने का भी आरोप लगाया. इधर, जायसवाल ब्याहुत सेवा ट्रस्ट के सचिव ब्रिज बिहारी गुप्ता ने भी कहा है कि बिपिन बिहारी गुप्ता ने समाज को दो भागों में बांट दिया है. एक भवन पर आधिपत्य स्थापित करने के लिए उन्होंने कलवार जाति के बीच वैमनस्य पैदा किया है.