सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी कंचनजंघा स्टेडिम कमिटी की बैठक में सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के सेंटर को जलपाईगुड़ी से सिलीगुड़ी वापस लाने का प्रस्ताव रखा है. कंचनजंघा स्टेडियम का म्यूजियम व स्विमिंग पूल को भी सुचारू रखने के लिए उन्होंने कई प्रस्ताव दिया. आज की बैठक में सिलीगुड़ी महकमा अधिकारी ने स्टेडियम में वाटर सप्लाई परियोजना के लिए लोक निर्माण विभाग को 18 लाख रूपया जारी किया.
इसके साथ ही स्टेडियम में पेयजल की व्यवस्था के लिए भी एक निजी कंपनी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है. मंगलवार की सुबह कंचनजंघा स्टेडियम के सभागार में कमिटी की बैठक आयोजित हुयी. इस बैठक में सिलीगुड़ी के महकमा शासक सिराज दानेश्वर, सिलीगुड़ी महकमा क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष अरूप रतन घोष, सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य, सिलीगुड़ी महकमा परिषद के सभाधिपति तापस सरकार व तृणमूल वार्ड पार्षद कृष्णचंद्र पाल व अन्य उपस्थित थे. बीच में ही मेयर बैठक से निकल गये. उन्होंने बताया कि वे एक अरसे बाद कंचनजंघा स्टेडियम कमिटी की बैठक में शामिल हुए हैं. आज की बैठक में उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण प्रस्ताव दिया है. साई सेंटर सिलीगुड़ी शहर का अंग था.
साई के द्वारा शहर में खेल-कूद का एक अलग ही उत्साह था. लेकिन किसी अनजान कारणों से साई की शाखा को जलपाईगुड़ी ले जाया गया. आज की बैठक में महकमा शासक की उपस्थिति में उन्होंने साई को वापस सिलीगुड़ी लाने का प्रस्ताव दिया है. इसके अतिरिक्त कंचनजंघा म्यूजियम की स्थिति दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है. स्विमिंग पूल की बदहाल अवस्था के खिलाफ भी आवाज उठने लगी है.
इन सब पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है. बैठक के अंत में सिलीगुड़ी महकमा शासक सिराज दानेश्वर ने कहा कि स्टेडियम की वाटर सप्लाई व्यवस्था को सुधारने के लिए एक प्रस्तवा था. जो कि स्वीकार कर लिया गया है. इस परियोजना का कार्य शुरू कराने के लिए आज की बैठक के माध्यम से लोक निर्माण विभाग को 18 लाख रूपये आवंटित किये गये हैं. स्टेडियम में बाजार से कम कीमत पर पेयजल मुहैया कराने के लिए एक निजी कंपनी ने प्रस्ताव दिया है. इस विषय पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. म्यूजियम व स्विमिंग पुल को लेकर भी कुछ शिकायतें हैं जिन्हें दूर करने की कोशिश की जा रही है.