Bengal News: (भारती जैनानी) : बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 (West Bengal Vidhan Sabha Chunav 2021) में राज्य के पारा टीचर ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) एवं तृणमूल कांग्रेस (TMC) की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं. विधानसभा चुनाव से पहले हर स्तर पर पारा टीचर्स का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. यहां तक कि तृणमूल कांग्रेस के ही मंच से शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) को रविवार को चोर तक कहा गया. उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी.
रानी रासमणि रोड पर जमा हुए आंदोलनकारी शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के सामने आक्रोश प्रकट किया. कॉन्ट्रैक्चुअल, एसएसके (शिशु शिक्षा केंद्र), एमएसके (माध्यमिक शिक्षा केंद्र), पारा टीचर्स, शिक्षा बंधु, समग्र शिक्षा अभियान, स्पेशल एजुकेटर्स हजारों की संख्या में जमा हुए थे.
पश्चिम बंग तृणमूल पार्श्व शिक्षक समिति की ओर से यहां सभा का आयोजन किया गया था. शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के मंच पर भाषण देने के बाद सभी अंशकालिक शिक्षक आक्रोशित हो गये. मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. शिक्षा मंत्री ने जब भाषण खत्म किया, तो शिक्षकों ने पार्थ चटर्जी के सामने ही ‘धिक्कार-धिक्कार’, ‘चीटिंगबाज सरकार, आर नेई दरकार’ के नारे लगाने शुरू कर दिये.
शिक्षकों का आरोप है कि शिक्षा मंत्री की मिलीभगत से ही उनके एजेंटों ने झूठा आश्वासन देकर उन लोगों को यहां बुलाया. उनको यह कहा गया कि शिक्षा मंत्री यहां आकर उनके वेतन को ठीक करने की बड़ी घोषणा करेंगे. हजारों शिक्षकों को दूर-दराज के जिलों से यहां झूठे आश्वासन के साथ आमंत्रित किया गया, लेकिन यहां मंत्री ने ऐसी कोई घोषणा ही नहीं की.

खुद को ठगा महसूस कर रहे अंशकालिक शिक्षकों ने कहा कि शिक्षा मंत्री की कोई औकात नहीं है. वे नबान्न में बैठकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं. ऐसी सरकार को हम धिक्कार जताते हैं. इस सरकार की कोई जरूरत नहीं है. गत 10 सालों से वे वेतन ठीक करने व उन्हें नियमित करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया.
आंदोलन कर रहे शिक्षकों का आरोप है कि शिक्षा मंत्रा के कुछ करीबी लोगों ने अशंकालिक शिक्षकों से चंदा लेकर उनको मूर्ख बनाया है. उनके हित की कोई बात नहीं की जा रही है. उनको झूठी उम्मीद दी जा रही है. यहां बुलाकर उनका अपमान किया गया है.

पुलिस ने सुरक्षा घेरे में शिक्षा मंत्री को बाहर निकाला
शिक्षकों का आक्रोश देखकर मंत्री पार्थ चटर्जी मंच से उतर गये. उनको पुलिस ने सुरक्षा घेरा बनाकर बाहर निकाला. इसके बाद भी शिक्षकों की नारेबाजी काफी देर तक चलता रहा. वहीं, झमेले से पहले हजारों शिक्षकों को संबोधित करते हुए मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि वे नियमानुसार सब करेंगे. इसमें कुछ समय लगेगा. फिलहाल सभी शिक्षकों को टीएमसी सरकार को बनाये रखने के लिए काम करना होगा. इसी पर शिक्षक उत्तेजित हो गये थे.
Posted By : Mithilesh Jha