कोलकाता: इकबालपुर इलाके में गत वर्ष 10 मार्च को शेख लाल की हत्या के मुख्य आरोपी फिरोज आलम उर्फ काना संजय को शनिवार रात बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार कर लिया गया. घटना के बाद से वह फरार था. एक वर्ष से ज्यादा समय से कोलकाता पुलिस के होमेशाइड विभाग की टीम उसकी तलाश कर रही थी. गिरफ्तारी के बाद स्थानीय अदालत में पेश करने पर उसे तीन दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर महानगर लाया जायेगा.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि फिरोज के फरार होने की सूचना देश के विभिन्न राज्यों की पुलिस को दी गयी थी. हाल ही में मुजफ्फरपुर पुलिस ने काना संजय के बारे में उन्हें जानकारी दी. इसके बाद होमेशाइड विभाग के कर्मियों को उसकी गिरफ्तारी के लिए मुजफ्फरपुर भेजा गया था. वहां पहुंच कर मुजफ्फरपुर पुलिस के साथ शनिवार रात संयुक्त रूप से अभियान चला कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. स्थानीय अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर उसे महानगर लाया जा रहा है.
क्या था मामला
पुलिस के मुताबिक, इकबालपुर इलाके में शेख लाल व फिरोज आलम उर्फ काना संजय का वर्चस्व था. इलाका दखल को लेकर दोनों गिरोह अक्सर आपस में उलझते रहते थे. शेख लाल का प्रभाव ज्यादा होने के कारण एक दिन दोनों गिरोह की लड़ाई में फिरोज की एक आंख और पैर जख्मी हुए थे. इसके बाद ज्यादा ताकतवर होने के कारण फिरोज को इलाका छोड़ कर दक्षिण 24 परगना के कैनिंग में अपना अड्डा बनाना पड़ा. आरोप है कि गत वर्ष 10 मार्च की शाम फिरोज आलम उर्फ काना संजय एक गाड़ी में अपने साथियों के साथ मिलकर शेख लाल के घर के बाहर पहुंचा था.
कई बार बुलाने के बावजूद शेख लाल के घर के बाहर नहीं निकलने पर उसने घर के बाहर बमबाजी की थी. इस दौरान वहां से भागने के चक्कर में घर के बाहर निकलने पर काना संजय उस पर गोलियां चलाने लगा, जिससे शेख लाल की मौत हो गयी थी. इस घटना से जुड़े होने के आरोप में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था, लेकिन मुख्य आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आ पा रहा था. शनिवार को उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया.