अलौकिक श्रृंगार के साथ भजन अमृत वर्षा, भंडारा सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित हुए. कार्यक्रम के मुख्य आयोजक वीरेंद्र पांडेय और उनकी धर्मपत्नी सुषमा पांडेय ने विधिवत माता की पूजा-अर्चना के बाद मां की पावन ज्योति प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. विधाननगर के मेयर सब्यसाची दत्ता, विधायक सुजीत बोस, परेश पाल, पूर्व विधायक सुल्तान सिंह, पार्षद मृगांको भट्टाचार्य, अतीन राय, विजय ओझा, पत्रकार राजीव हर्ष, प्रकाश चंडालिया, समाजसेवी सुरेंद्र अग्रवाल, नरेंद्र अग्रवाल, लक्ष्मण अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, दिनेश जैन, मुन्ना पांडेय, निखिलेश मिश्रा, अनिल सराफ, विद्यासागर मंत्री सहित अनेकों गणमान्य लोगों ने कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज करायी.
आयोजक वीरेंद्र पांडेय, प्रवीण पांडेय, संतोष पांडेय, विपिन पांडेय, विकास पांडेय, विशाल पांडेय के साथ अशोक शुक्ला, अनिल बैद, किशोर जयरामका, कमल मोदी आदि ने अतिथियों का राजस्थानी पगड़ी पहनाकर, दुपट्टा ओढ़ाकर तथा माता की सुंदर तसवीर भेंट कर भव्य स्वागत किया. सुजीत अग्रवाल के निर्देशन में मां विंध्यवासिनी के दरबार की सजी हबहू झांकी की सभी ने मुक्त कंठ से तारीफ की. मुख्य मंदिर की तर्ज पर दरबार में लगायी गयी घंटी को बजाते हुए भक्तों ने मां विंध्यवासिनी को अपना प्रणाम निवेदित किया.
राजेंद्र पांडेय ने अतिथियों के सम्मान की व्यवस्था कमान संभाली. देश के कोने-कोने से आये भजन गायकों के साथ कर्णप्रिय संगीत आयोजन के लिए सबने विजय चौधरी के योगदान की प्रंशसा की. नम्रता करवा (मुंबई), सौरभ शर्मा, शुभम-रुपम (कोलकाता) के साथ इलाहबाद मूल के गायक शेखर शर्मा ने भाव भरे भजनों के माध्यम से पूरे माहौल को मां के भक्ति रंग में रंग दिया. आयोजन को सफल बनाने में सहयोगी संस्था बांगुड़ वेलफेयर सोसाइटी और पूर्वांचल बंग परिषद के सभी सदस्यों ने सक्रिय और उल्लेखनीय भूमिका अदा की.