पकड़े गये आरोपी का नाम विक्की यादव है. वह उत्तर प्रदेश के वाराणसी का निवासी है. यात्रियों का आरोप है कि पूरे सफर के दौरान ट्रेन में ना तो रेलवे सुरक्षा बल और ना ही रेलवे राजकीय पुलिस के लोग नजर आये. पांच यात्रियों ने घटना की शिकायत हावड़ा राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) में दर्ज करायी है. चोरों ने मुगलसराय से आ रही एक बरात को भी अपना निशाना बनाया और लाखों के सोने-चांदी के आभूषण के साथ कीमती सामान उड़ा ले गये. जानकारी के अनुसार चोरों ने ट्रेन की एस-4, एस-5 और एस-7 को अपना निशाना बनाया. हावड़ा जीआरपी में मामला दर्ज करानेवाले रंजीत राउत ने बताया कि वह हावड़ा मैदान के रहनेवाले हैं. उनके साले की बरात शादी के बाद मंगलवार को हावड़ा लौट रही थी.
जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस में 23 जनवरी को सवार हुई थी. उनका आरक्षण एस-4 में था. रात तीन बजे के बाद सभी ट्रेन में सो गये. सुबह 6 बजे उठे, तो देखा कि उनकी मौसी मीना राउत का बैग गायब था. बैग में कान का झुमका, मंगलसूत्र, दो अंगूठी के साथ एक चांदी का झुमका और अंगूठी थी. साथ ही 23 हजार रुपये नकदी थी. 30 हजार के नये कपड़े भी थे. यात्री विनीत राजवंशी ने बताया कि एक साथ तीन बोगियों में चोरी होने के बाद ट्रेन में हड़कंप मच गया. जब ट्रेन आसनसोल स्टेशन पर पहुंची, तो लोंगो ने एक व्यक्ति को एस-7 बोगी से संदेह के आधार पर पकड़ लिया. ट्रेेन के हावड़ा स्टेशन पहुंचने पर पांच यात्रियों ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करा कर उसे जीआरपी के हवाले कर दिया.