अब ऐसी परिस्थिति में भाजपा के पास सबसे बड़ी चुनौती धूलागढ़ के देवानघाटा गांव में प्रवेश करना है. 13 दिसंबर से देवानघाटा गांव में पिछले कई दिनों से दो गुटों में संघर्ष का आलम है. कई घरों में बमबाजी, तोड़फोड़, लूटपाट व आगजनी की गयी है, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. हालांकि अभी इलाके में रैफ व कॉम्बैट फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है.
पुलिस ने यहां किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है, इसी बीच भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने यहां दौरा करने का फैसला किया है. इससे यहां परिस्थिति और भी बिगड़ने की संभावना है.