नोटबंदी के बाद महानगर और आसपास के इलाकों में कालधन सफेद करनेवाले लोगों के सक्रिय होने की बात पता चली थी. करीब 15 से 30 प्रतिशत कमीशन पर पुराने नोटों के बदले नये नोट उपलब्ध कराने का खुलासा हुआ है. ऐसे मामलों की जांच में इडी, सीबीआइ समेत केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं. इसका नतीजा है कि जनधन खाता धारकों को भी नोटिस भेजा जा रहा है.
सूत्रों के अनुसार महानगर के करीब नौ जनधन खाता धारकों को इडी ने नोटिस भेजा है. उक्त खाता धारकों के अकाउंट में लाखों रुपये जमा हुए हैं. सूत्रों की मानें तो जिस बैंक में खाता खोला गया है वहां होने वाले ट्रांजेक्शन पर भी इडी की नजर है. गुरुवार को इडी ने महानगर के एल्गिन रोड समेत कई इलाकों में अभियान चलाया. बैंकों, शॉपिंग मॉल, बड़े बाजारों में आठ नवंबर के बाद हुए ट्रांजेक्शन की जानकारी एकत्र की जा रही है. इससे साफ है कि नोटबंदी के बाद कालाधन सफेद करनेवाले लोगों पर खतरा बढ़ता जा रहा है. बता दें कि बड़ाबाजार के एक निजी बैंक में 15 करंट अकाउंट खोल कर लगभग सात करोड़ रुपये कालाधन सफेद करने के आरोप में बैंक के डिप्टी मैनेजर अमितेश कुमार सिन्हा, टैक्स कंसल्टेंट संजय जैन और मनोज कुमार मंडल को सीबीआइ की भ्रष्टाचार रोधी शाखा ने गिरफ्तार किया है.