कुछ हिस्से जर्जर हो गये हैं. घर के अंदर सीलिंग में लगे बांस इत्यादि सड़ने लगे हैं. इसलिए जितनी जल्द हो, उनके घर को मरम्मत की सख्त जरूरत है. विशेष रूप से मुख्यमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासनिक स्तर पर उन्हें कई बार घर बदलने का प्रस्ताव दिया गया है.
पहले मुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था, लेकिन बाद में वह इस पर राजी भी हो गयी थीं, लेकिन अब उन्होंने अपना विचार बदल दिया है. अर्थात मरम्मत का काम चलने के बावजूद मुख्यमंत्री एक महीने के लिए अपना घर नहीं बदलेंगी. जल्द ही उनके कालीघाट आवास की मरम्मत का काम आरंभ होगा. सूत्रों के अनुसार उनके घर बदलने के बारे में जिस तरह से चर्चा हो रही है, उससे भी मुख्यमंत्री बेहद दुखी हैं.