इसी जमीन पर खेती करके उनको अपना परिवार चलाना है. आज न केवल उनके हक की, बल्कि उस आंदोलन की भी जीत हुई है, जिसके लिए उन्हें काफी मार खानी पड़ी.
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सिंगूर के किसानों को लौटायी जमीन
कोलकाता. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सिंगूर के किसानों को गुरुवार को उनकी कृषि योग्य जमीन लौटा दी गयी. सिंगूर के गोपालनगर में अपनी जमीन के हिस्से पर खड़े किसानों को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खाद के साथ सरसों के बीज देकर उनका अभिनंदन किया. गत 14 सितंबर को किसानों को जमीन […]
कोलकाता. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सिंगूर के किसानों को गुरुवार को उनकी कृषि योग्य जमीन लौटा दी गयी. सिंगूर के गोपालनगर में अपनी जमीन के हिस्से पर खड़े किसानों को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खाद के साथ सरसों के बीज देकर उनका अभिनंदन किया. गत 14 सितंबर को किसानों को जमीन के कागजात देने के बाद गुरुवार को 23 किसानों को कुल 90 एकड़ जमीन लौटायी गयी. सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के लिए जमीन उनकी मां है, उनका जीवन है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दुनिया में कोई किसी को अधिकार नहीं देता है. अपने हक के लिए लड़नी पड़ती है और जीतने के लिए खुद पर भरोसा करना भी जरूरी होता है. लड़ाई का मैदान छोड़ कर भाग जाने से नहीं, मुकाबला करने से ही अपना हक मिलता है. आज किसानों को खुश देख कर गर्व महसूस हो रहा है.
उनका कहना है कि कोर्ट ने 12 सप्ताह के अंदर ही किसानों को जमीन का कब्जा व चेक देने की बात कही थी, उससे पहले ही किसानों को उनकी जमीन दे दी गयी है. कुल 997 एकड़ कृषि योग्य जमीन का काम पूरा हो चुका है. केवल 65 एकड़ जमीन के सीमांकन का काम बाकी है. इस कामयाबी में उनके सभी विभागों के अधिकारियों का योगदान है. पूरी टीम ने इस काम को सफल बनाया है. मुझे पूरा विश्वास है कि किसान जमीन का, अपनी मां की तरह ही पालन-पोषण करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि जमीन को लेकर सिंगूर को पूरे विश्व में याद किया जायेगा. सिंगूर में दुष्कर्म के बाद मारी गयी तापसी मल्लिक व शहीद हुए राजकुमार भुल्लु का शहीद स्मारक बनाया जायेगा. जमीन वितरण के अंतिम चरण में 65 एकड़ जमीन को कृषि योग्य बनाकर किसानों को सौंप दी जायेगी. अभी इस जमीन पर कृत्रिम तालाब को भर कर उसे उपजाऊ बनाने का काम बाकी है. वहीं, किसान भी जमीन पाकर काफी खुशी नजर आये.
सिंगूर में मंत्रियों का जमावड़ा
गुरुवार को सिंगूर के गोपालनगर में आयोजित सभा में राज्य के कई मंत्री शामिल हुए. सीमांकन के बाद किसानों को उनकी जमीन सौंप दी गयी. सभा में राज्य की मुख्यमंत्री के साथ उच्च शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, मंत्री बॉबी हकीम, बिजली मंत्री शोभन देव चट्टोपाध्याय, सुब्रत मुखर्जी, पूर्णेन्दु विश्वास, अरूप राय, मुकुल राय, सांसद डॉ रत्ना दे नाग के अलावा तृणमूल कांग्रेस के कई कद्दावर नेता, मेयर शोभन चटर्जी, उच्च पुलिस अधिकारी, बीडीओ, एडीएम, राज्य सरकार के आइ एन सी विभाग के समस्त अधिकारी मौजूद रहे.
सिंगूर आंदोलन में सिद्धार्थ शंकर राय की भूमिका को मुख्यमंत्री ने किया याद
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिंगूर आंदोलन में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धार्थ शंकर राय की भूमिका को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है. गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री व पंजाब के पूर्व राज्यपाल सिद्धार्थ शंकर राय की जयंती थी. सिंगूर के किसानों को उनकी जमीन पर कब्जा दिलाने के दिन पूर्व मुख्यमंत्री को याद करते हुए सुश्री बनर्जी ने ट्वीट किया कि सिंगूर : वचन दिया, वचन निभाया. मनु दा (सिद्धार्थ शंकर राय) को आज उनके जन्मदिन पर नमन करते हैं. सिंगूर के किसानों के लिए उनके द्वारा की गयी मदद मुझे पूरी तरह याद है.
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