उनके पास से दो पासपोर्ट, आइपीएस के नाम का बनाया हुआ लेटर, आइपीएस का पहचान पत्र व रबड़ स्टांप पुलिस की टीम ने जब्त किया है. अदालत में पेश करने पर उन्हें 15 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. इस मामले में कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) विशाल गर्ग ने बताया कि दोनों इस पासपोर्ट के जरिये काम के सिलसिले में श्रीलंका जा चुके थे.
वहां से लौटने के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया. मणिपुर में पोस्टेड बीएसएफ के डीआइजी एंसम सैमू के नाम का दोनों ने इस्तेमाल किया था. दोनों के पासपोर्ट बनवा लेने के बाद से पासपोर्ट दफ्तर से उस आइपीएस अधिकारी को इसकी सूचना दी गयी, जिसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत 21 जून को हेयर स्ट्रीट थाना में दर्ज करायी. शिकायत के बाद पुलिस की टीम ने दोनों आरोपियों को उनके आवास स्थल से गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस को शक है कि इस गिरोह में और भी अन्य शातिर जुड़े हो सकते हैं. इसके कारण दोनों से पूछताछ कर इस गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश हो रही है.