मिसुरजीत चुचुड़ा स्टेशन पर फल बिक्री करता था. उसकी बेटी स्नेहा स्थानीय स्कूल में छठवीं और बेटा अतनु तीसरी कक्षा में पढ़ते थे. स्थानीय लोगों का कहना है कि आर्थिक स्थिति दयनीय होने के कारण सुरजीत ने किसी से कर्ज लिया था. वह राशि लौटा नहीं पा रहा था. सूदखोर के तगादा से परेशान होकर ही उसने ऐसा कदम उठाया.
इस कांड का खुलासा सोमवार की सुबह 10 बजे के बाद हुआ. परिवार के चारों सदस्यों में से किसी के सुबह से नहीं दिखने पर सुरजीत की मां कमरे में पहुंची. वहां का नजारा देखकर वह हतप्रद रह गयी. उसने पड़ोसियों को घटना की जानकारी दी. इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को खबर की. सूचना पाकर चंदननगर के मेयर राम चक्रवर्ती, पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए चुचुड़ा सदर इमामबाड़ा अस्पताल में भेज दिया.