रंजीत ने एक दैनिक बांग्ला अखबार में विज्ञापन देकर मदद की अपील की थी. कहा था कि मधुरिमा टाटा के कैंसर अस्पताल में भरती है. उसके इलाज के लिए पांच लाख रुपये की जरूरत है. यह पढ़ने के बाद कुणाल घोष ने अपने सहयोगी से दो लाख रुपये का चेक रंजीत के नाम से भेजा.
यह रकम सांसद के बाबत मिलने वाली तनख्वाह से दी है. कुणाल के एक नजदीकी दोस्त ने कहा कि उनकी मां को भी कैंसर है. दत्ता की अपील पर उन्होंने मधुरिमा की मदद करने का फैसला किया. बिराटी स्थित रंजीत के घर जाकर कुणाल के प्रतिनिधियों ने मधुरिमा की मां को चेक सौंपा.