यात्रियों ने चेन खींच कर ट्रेन रोकी. रेल अधिकारी, आरपीएफ व जीआरपी के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. आधे घंटे तक ट्रेन रुकी रही. मृतक के परिजनों के उतरने के बाद ट्रेन रवाना हुयी. ट्रेन के बोगी संख्या बी वन में सवार अजुबल हक अपने परिजनों के साथ छपरा जा रहे थे. संध्या 17:20 बजे ट्रेन प्लेटफॉर्म संख्या चार पर रुकी. पानी लेने के लिए वे अपने कोच से कुछ दूर स्थित नल के पास पहुंचे. दस मिनट बाद ट्रेन खुल गयी. प्लेटफॉर्म पर भारी भीड़ होने के कारण उन्हें अपने कोच तक पहुंचने में समय लगा, तब तक गाड़ी रफ्तार पकड़ चुकी थी.
ट्रेन के गेट का हैंडल पकड़ कर चढ़ने के क्रम में वे फिसल कर कोच संख्या एस थ्री के पास रेल लाइन में जा गिरे. चलती ट्रेन ने उनके कमर और पीठ को कुचल दिया. ट्रेन के यात्रियों ने चैन खींच कर ट्रेन रोका. प्लेटफॉर्म संख्या चार पर मौजूद यात्री घटनास्थल पर पहुंचे. सूचना मिलते ही जीआरपी और आरपीएफ के जवान सहित उप स्टेशन प्रबंधक मनोज कुमार, आरपीएफ वेस्ट पोस्ट प्रभारी प्रसन्न कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद उन्हें ट्रेन के भीतर से निकाला गया.
उनकी मौत हो चुकी थी. उन्हें रेल ट्रेक से निकालने के बाद 18:09 बजे पुन: ट्रेन को रवाना किया गया.