उनके कार्यकर्ताओं ने दोनों को पकड़ कर जोड़ासांको थाने की पुलिस के हवाले कर दिया. जब स्थानीय थाने के प्रभारी आये, तो आरोपियों ने खुलासा किया कि वे लोग कोलकाता पुलिस के स्पेशल ब्रांच में एएसआइ व कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हैं. पहले ओसी अमित रक्षित ने मामला रफा-दफा करने की बात कही. सिन्हा ने कहा कि उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. इसके बाद भाजपा की तरफ से जोड़ासांको थाने में एक शिकायतपत्र जमा किया गया. सिन्हा ने कहा कि यह केवल घूस देने का मामला नहीं है, बल्कि देशद्रोह का मामला है. स्टिंग कांड के बाद तृणमूल उन्हें फंसाना चाहती थी. यह तृणमूल का षड्यंत्र है. इस साजिश के पीछे ममता बनर्जी का हाथ है. उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की.
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चुनावी दावंपेंच: राहुल सिन्हा ने तृणमूल पर लगाया स्टिंग की साजिश का आरोप, दो पुलिसकर्मी सस्पेंड
राज्य भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने सोमवार को आरोप लगाया कि पुलिस की स्पेशल ब्रांच के दो कर्मियों ने उन्हें घूस देने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मी तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व के निर्देश पर उनका स्टिंग करना चाहते थे. उनकी साजिश नाकाम हो गयी. भाजपा कार्यकर्ताओं ने दोनों आरोपियों को पकड़ […]
राज्य भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने सोमवार को आरोप लगाया कि पुलिस की स्पेशल ब्रांच के दो कर्मियों ने उन्हें घूस देने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मी तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व के निर्देश पर उनका स्टिंग करना चाहते थे. उनकी साजिश नाकाम हो गयी. भाजपा कार्यकर्ताओं ने दोनों आरोपियों को पकड़ लिया. सिन्हा ने घटना की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की. उधर, पुलिस ने अपने दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर विभागीय जांच का आदेश दिया है.
कोलकाता: राज्य भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा को घूस देने की कोशिश करने के आरोप में कोलकाता पुलिस के स्पेशल ब्रांच (एसबी) के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर शुभाशीष रायचौधरी और कांस्टेबल अमीनुर रहमान को निलंबित कर दिया गया है. घटना को लेकर जोड़ासांको थाने में शिकायत पत्र जमा होने के बाद डिप्टी कमिश्नर (सेंट्रल डिवीजन) अखिलेश चतुर्वेदी को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने आरोप लगाया है कि घटना के पीछे तृणमूल कांग्रेस है. वेब पोर्टल नारद न्यूज के स्टिंग में अपने कई नेताओं के घिरने के बाद तृणमूल ने उन्हें (राहुल सिन्हा) फंसाने के लिए इस तरह का षड्यंत्र रचा है. उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस मामले की सीबीआइ से जांच कराने का निर्देश देने की मांग की.
क्या है मामला: सिन्हा ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि सोमवार दोपहर साढ़े बारह बजे के करीब पार्टी दफ्तर में शुभाशीष रायचौधरी और अमीनुर रहमान पहुंचे. बहुत जरूरी काम है, यह कह कर दोनों ने उनसे मिलना चाहा. जब उन्होंने बुलाया तो शुभाशीष ने कहा कि वह (राहुल) कुछ काम दें. इसका जब मैंने मतलब समझना चाहा, तो उन्होंने कहा कि वह गायों की बांग्लादेश में तस्करी में उनकी मदद करें. इसके एवज में वह जितनी रकम मांगेंगे, उन्हें मिलेगी. सिन्हा ने कहा कि दोनों के मंसूबे का पता चलाने पर वह (राहुल) क्रोधित हो गये और उन्हें( आरोपियों) थप्पड़ भी मारा तथा कार्यालय से बाहर निकाल दिया.
क्या कहती है पुलिस: संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) सुप्रतीम सरकार ने बताया कि प्रदेश भाजपा की तरफ से जोड़ासांको थाने में एक लिखित शिकायतपत्र जमा किया गया है. इस आधार पर दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को जांच चलने तक सस्पेंड कर दिया गया है. डीसी (सेंट्रल) अखिलेष चतुर्वेदी को मामले की जांच कर जल्द रिपोर्ट देने को कहा गया है. उधर, आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की गयी है. प्राथमिक जांच में पता चला है कि दोनों ही स्पेशल ब्रांच का अधिकारी बताकर पूरी तरह से निजी कार्य के लिए राहुल सिन्हा से मिलने गये थे. जांच में अगर दोनों पर लगे आरोप सच साबित होते हैं, तो उन्हें बरखास्त भी किया जा सकता है.
जो भी अच्छा काम होता है, सभी विरोधी दल ही करते हैं और खराब काम तृणमूल कांग्रेस करती है. जबकि राज्य की जनता जानती और समझती है कि ममता बनर्जी और उनके नेता राज्य के हित में काम कर रहे हैं.
पार्थ चटर्जी, महासचिव, तृणमूल कांग्रेस
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