अल्पसंख्यक समुदाय के लोग गाय का मांस खाते हैं, वह खा ही सकते हैं, उन्हें रोका नहीं जा सकता है. इस मौके पर उन्होंने फुरफुरा शरीफ विकास पर्षद के गठन की घोषणा की और इसके लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित किये. बोर्ड के प्रमुख शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम होंगे. उन्होंने कहा कि मदरसों को मान्यता देना कोई बड़ी बात नहीं है, परंतु सरकार इन परिस्थितियों में उन्हें वेतन नहीं दे सकती है. अल्पसंख्यकों के विकास बजट में भारी बढ़ोतरी की गयी हे, ओबीसी में 79 प्रतिशत मुसलमानों को जोड़ा गया है, अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं को दिए जा रहे छात्रवृत्ति का विवरण भी मुख्यमंत्री ने दिया. सभा में पीरज़ादा तोहा सिद्दीकी ने कहा कि बंगाल की 48 सीटों पर मुसलमान प्रमुख शक्ति रखते हैं, आज की सभा सेमी फाइनल है.
चुनाव की घोषणा होने के बाद वह कलकत्ता में फाइनल दिखायेंगे. इस मौके पर सम्मेलन को संबोधित करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता व फोरम फॉर आरटीआई एक्ट एंड एंटी करप्शन की प्रमुख अधिवक्ता नाज़िया इलाही खान ने कहा कि अल्पसंख्यकों विशेषकर मुसलमानों को जानबूझ कर वंचित रखने का प्रयास किया जा रहा है, पूरे देश में मुसलमानों के विरुद्ध घृणा अभियान चलाया जा रहा है, परंतु आज हम अल्पसंख्यक दिवस के अवसर पर इस बात का प्रतिज्ञा करें कि पूरी शांति और व्यवस्था के साथ अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे. नाज़िया इलाही खान ने कहा कि आज जो स्थिति पश्चिम बंगाल में है, वह पूरे भारत से बेहतर है, यहां हम शांति और सौहार्द्र के साथ हैं, लेकिन सांप्रदायिक शक्तियों को यह शांति और आपसी सौहार्द्र को मंज़ूर नहीं हो रहा है, वे यहां भी विध्वंसक राजनीति से नहीं चूक रही हैं. इस सभा में राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम, सांसद कल्याण बनर्जी, विधायक तपन दास गुप्ता, इमाम ईद कारी फजलुर्रहमान सहित महत्वपूर्ण हस्तियां उपस्थित रहीं.