यह धमकी शनिवार को उन्होंने सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान मीडिया के सामने दी. सिक्किम के गंगतोक निवासी व पेशे से चित्रकार श्री प्रधान ने कहा कि एक साल पहले इंसाफ की गुहार प्रधानमंत्री से भी की गयी लेकिन कुछ नहीं हुआ. इसलिए अगले महीने के नौ अक्तूबर को उन्होंने दिल्ली में प्रधानमंत्री दफ्तर के सामने खुदकुशी करने का फैसला लिया है. नौ अक्टूबर से पहले न्याय की चिंगारी दिखायी नहीं देती है तो उन्हे खुदकुशी करने से कोई रोक नहीं सकता.
बाद में इसी वर्ष 17 फरवरी को कोर्ट से तीनों को जमानत पर रिहा कर दिया गया. एक अन्य आरोपी छात्र को पुलिस आजतक गिरफ्तार ही नहीं कर सकी. इतना ही नहीं मामले के मद्देनजर आजतक आरोपियों के मामले की अदालत में सुनवाई तक नहीं हुई. श्री प्रधान ने कहा कि चारों ने उनकी लाडली की जिंदगी बरबाद कर दी. वह वारदात के बाद से ही मानसिक व शारीरिक अत्याचार की शिकार हो गयी है.