उन्होंने बताया कि इस यूनिवर्सिटी का नाम पश्चिम बंग संस्कृत विश्वविद्यालय रखा जायेगा. यूनिवर्सिटी की स्थापना कहां की जाये, इसे लेकर सरकार विचार-विमर्श कर रही है.
महानगर में संस्कृत कॉलेज को भी अपग्रेड किया जा सकता है. इसके साथ ही नदिया जिले में संस्कृत कॉलेज की स्थापना पर विचार किया जा रहा है. इस विश्वविद्यालय में संस्कृत पर गहन अध्ययन कराया जायेगा, ताकि लोग देश के इस प्राचीन भाषा पर रिसर्च भी कर सकें. विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए राज्य सरकार ने एक कमेटी गठित की है, जिसका चेयरमैन नरसिंहा प्रसाद भादूड़ी को बनाया गया है.