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एसएसकेएम के निदेशक तबादले के खिलाफ कोर्ट जायेंगे, कांग्रेस का प्रदर्शन कुत्ते की डायलिसिस पर उबाल
कोलकाता. एसएसकेएम अस्पताल में कुत्ते की डायलिसिस का विरोध करने के बाद अस्पताल के निदेशक के तबादले का मामला गरमा गया है. एसएसकेएम के पूर्व निदेशक प्रदीप मित्र ने बुधवार को कहा कि वह अपने तबादले के खिलाफ स्टेट एडमिनिस्ट्रेटिव ट्राइब्यूनल ( सैट) में मामला दायर करेंगे. गौरतलब है कि मंगलवार को उनका तबादला कर […]
कोलकाता. एसएसकेएम अस्पताल में कुत्ते की डायलिसिस का विरोध करने के बाद अस्पताल के निदेशक के तबादले का मामला गरमा गया है. एसएसकेएम के पूर्व निदेशक प्रदीप मित्र ने बुधवार को कहा कि वह अपने तबादले के खिलाफ स्टेट एडमिनिस्ट्रेटिव ट्राइब्यूनल ( सैट) में मामला दायर करेंगे. गौरतलब है कि मंगलवार को उनका तबादला कर दिया गया था. इसका उन्होंने विरोध किया है.
बुधवार सुबह मित्र सरकारी गाड़ी की जगह अपने निजी वाहन से स्वास्थ्य भवन पहुंचे और वहां पत्र देकर सूचित किया कि उन्हें तबादला मंजूर नहीं है. बाद में संवाददाताओं से बातचीत में मित्र ने कहा कि उन्होंने निर्णय लिया है कि वह सागरदत्त मेडिकल अस्पताल में अपनी सेवाएं नहीं देंगे. इस कारण ही उन्होंने सरकारी गाड़ी नहीं ली है. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके तबादले में स्वास्थ्य भवन के कुछ अधिकारियों का भी हित जुड़ा हुआ है. वह साजिश का शिकार हुए हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही उनका तबादला हुआ है, तो अब बात करने का क्या मतलब है. उन्होंने कहा कि सम्मान के लिए नौकरी करते थे. जब उनका सम्मान ही नहीं रहा, तो अब नौकरी क्यों करेंगे. उन्होंने कहा कि वह आम लोगों के साथ काम करना चाहते हैं, यदि फिर से उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में नियुक्त किया गया, तो फिर से काम करेंगे.
कांग्रेस ने किया एसएसकेएम के बाहर प्रदर्शन : एसएसकेएम के निदेशक प्रदीप मित्र के स्थानांतरण के राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एसएसकेएम अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. बाद में उन्होंने अस्पताल अधीक्षक के दफ्तर के बाहर भी प्रदर्शन किया. अस्पताल अधीक्षक को ज्ञापन भी सौंपा गया.
कुत्ते की डॉयलिसिस करने से इनकार करने पर एसएसकेएम के निदेशक का तबादला किया जाना शर्मनाक है. वर्तमान सत्तारूढ़ दल सिर्फ अपने समर्थकों को ही महत्वपूर्ण पद पर बनाये रखना चाहता है. यदि कोई उन नेताओं के फरमान विरोध करता है, तो उसे हटा दिया जाता है.
-अधीर रंजन चौधरी, अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस
क्या है मामला
हाल में एसएसकेएम अस्पताल में तृणमूल कांग्रेस के विधायक व प्रभावशाली नेता की सिफारिश पर कुत्ते की डायलिसिस की प्रक्रिया चल रही थी. निदेशक प्रदीप मित्र ने इसे रुकवा दिया. इससे संबंधित खबर अखबारों में प्रकाशित होने से सरकार की किरकिरी हुई. माना जा रहा है कि निदेशक प्रदीप मित्र पर इसी की गाज गिरी है. उनका तबादला कमरहट्टी के सागरदत्त मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रिंसिपल पद पर कर दिया गया. मित्र ने अपना तबादला मंजूर नहीं किया है. विरोधस्वरूप उन्होंने स्वेच्छिक अवकाशग्रहण करने की इच्छा जतायी है. उन्होंने कहा कि उनके तबादले की जानकारी अभी तक उन्हें नहीं दी गयी है. दूसरी ओर, नीलरतन सरकार मेडिकल कॉलेज अस्पताल की प्रिंसिपल मंजू बंद्योपाध्याय ने बुधवार की सुबह लगभग 10 बजे एसएसकेएम जाकर निदेशक पद का भार ग्रहण किया. उन्होंने कहा कि वह सरकारी निर्देश पर पद ग्रहण कर रही हैं.
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