कोलकाता : भाकपा महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने आज यहां कहा कि भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ पार्टी 14 मई को जेल भरो आंदोलन के जरिए राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेगी. रेड्डी ने बताया कि यहां पार्टी की प्रदेश परिषद की बैठक के बाद भाकपा ने किसानों और लोगों के हित में भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को वापस लेने की मांग की है.
उन्होंने कहा, ‘हम औद्योगीकरण के खिलाफ नहीं हैं लेकिन जिस तरह से केंद्र भूमि अधिग्रहण विधेयक को बढावा दे रहा है उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता. हम जेल भरो आंदोलन के जरिए 14 मई को देश भर में धरना प्रदर्शन करेंगे.’ अध्यादेश को ज्यादती करने वाला और लोगों के खिलाफ बताते हुए रेड्डी ने कहा कि उनकी पार्टी ने मोदी सरकार की जन विरोधी, धनी हितैषी और कॉरपोरेट हितैषी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कई कार्यक्रम किये हैं.
उन्होंने धनी लोगों और कॉरपोरेट क्षेत्र को कर रियायत देने को लेकर भी भाजपा सरकार की निंदा की. रेड्डी ने कहा, ‘धनी हितैषी और कॉरपोरेट समर्थक नीतियों को लेकर मोदी लहर अब खत्म होने पर है. नीतियों में सुधार करने की बजाय मोदी सरकार उद्योगपतियों को संतुष्ट करने के लिए किसानों की जमीन छीनने पर अमादा है.’ उन्होंने कहा, ‘हम इन सभी जन विरोधी नीतियों के खिलाफ अन्य वाम दलों के साथ लडाई लडेंगे.’
उन्होंने आरोप लगाया कि संसद में भाजपा नेता विपक्ष को काम करने नहीं दे रहे और उनकी आवाज दबा रहे हैं. ‘केंद्र को संविधान का पालन करना चाहिए और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अनुच्छेद का सम्मान करना चाहिए.’ गौमांस पर संघ परिवार के पाबंदी लगाने का आरोप लगाते हुए रेड्डी ने इसे लोगों की खाने की आदत पर हमला बताया.
इससे न सिर्फ मुसलमानों की खाने की आदत प्रभावित होगी बल्कि कई अन्य समुदाय के खाने की आदतें भी प्रभावित होंगी. प्रदर्शन में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बुलाये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने स्वतंत्र रूप से विधेयक और अध्यादेश के खिलाफ आंदोलन के लिए एक आह्वान किया है.