कोलकाता: कोलकाता पुलिस में काम करने के अलावा बड़े वाहनों से रुपये वसूली करने वाले एक बड़े गिरोह को चलाने के आरोप में कोलकाता पुलिस के रिजर्व फोर्स (आरएफ) के कांस्टेबल रामापद सरकार को मंगलवार को सस्पेंड कर दिया गया. ट्रैफिक विभाग के डीसी की तरफ से रिजर्व फोर्स के डीसी को इस संबंध में इसकी लिखित शिकायत की गयी थी. जिसके बाद इस मामले पर कार्रवाई करते हुए मंगलवार को उसे सस्पेंड कर दिया गया. इस मामले को लेकर एक जांच कमेटी गठित की गयी है. विभागीय जांच चलने तक उसे सस्पेंड रखा जायेगा.
क्या था मामला
कोलकाता पुलिस के डीसी (ट्रैफिक) दिलीप अदक ने बताया कि राज्य के विभिन्न जिलों से रोजाना सैकड़ों छोटी व बड़ी गाड़ियां महानगर आती हैं. पुलिस को यह सूचना मिली थी कि महानगर में आने वाली इन गाड़ियों से एक गिरोह रोजाना लाखों रुपये की वसूली कर रहा है. इसकी शिकायत भी ट्रैफिक विभाग में की गयी थी, लिहाजा इस जानकारी के बाद इस गिरोह के सदस्यों को दबोचने के लिए एक टीम बनायी गयी थी. जो लगातार इनकी हरकतों पर नजर रख रही थी. उन्होंने बताया कि इस गिरोह के एक सदस्य को दबोचने के बाद पूछताछ में कोलकाता पुलिस के रिजर्व फोर्स के एक कांस्टेबल रामापद सरकार के नाम का खुलासा हुआ. दबोचे गये शातिर बदमाश ने बताया कि रामापद ही काम करने के दौरान इस गिरोह को चलाता था. महानगर में कब, कहां, कितनी गाड़ियां आ रही है. इसकी जानकारी रामापद ही इस गिरोह को उपलब्ध कराता था. श्री अदक ने बताया कि इस जानकारी के बाद ट्रैफिक विभाग की तरफ से इसकी जानकारी डीसी (रिजर्व फोर्स) अशोक विश्वास को दी गयी.
जांच चलने तक रहेगा सस्पेंड
मामले पर डीसी (रिजर्व फोर्स) अशोक विश्वास ने बताया कि रामापद वर्तमान समय में रिजर्व फोर्स में मेस मैनेजर के पद पर कार्यरत था. उसके खिलाफ शिकायत मिलने के बाद ही उसे सस्पेंड कर दिया गया है. इस मामले में विभाग की तरफ से एक अंदरूनी जांच भी की जा रही है. जांच खत्म होने तक उसे सस्पेंड रखा जायेगा. उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच में इससे जुड़े और भी लोगों की गिरफ्तारियां जल्द होगी.