यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग के सचिव मलय दे ने दी. उन्होंने बताया कि राज्य के छह मेडिकल कॉलेजों में कैथोलैब है और इन मेडिकल कॉलेजों से ही यह सेवा शुरू की जायेगी.
इनमें से पांच मेडिकल कॉलेज कोलकाता व एक बर्दवान को शामिल किया गया है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर इस योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है. इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा अधिसूचना भी जारी की जा चुकी है. राज्य के ‘ स्टेट वेलनेस एसिसटेंट फंड ’ द्वारा इसकी राशि प्रदान की जायेगी.
उन्होंने बताया कि एंजिओप्लास्टी में लगनेवाले स्टेंट की कीमत करीब 40-50 हजार रुपये के बीच है, जबकि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न हॉस्पिटल में बनाये गये फेयर प्राइस मेडिसिन शॉप में इसकी कीमत महज 18-20 हजार रुपये है. लेकिन गरीबों के पास यह भी देने की क्षमता नहीं होती. इसलिए राज्य सरकार ने डॉ सुशांत बंद्योपाध्याय, डॉ शिवानंद दत्ता, डॉ शांतनु गुहा, डॉ रंजन शर्मा को लेकर एक कमेटी बनायी थी और कमेटी ने इस योजना को लागू करने की सिफारिश की है. राज्य के सरकारी अस्पतालों में सबसे अधिक एसएसकेएम अस्पताल में एंजिओप्लास्टी होती है, यहां प्रत्येक महीने 200 लोगों का ऑपरेशन होता है. उन्होंने बताया कि यह सेवा प्राप्त करने के लिए आवेदक को अपनी आय का पूरा ब्योरा देना होगा. इसके बाद स्टेट वेलनेस एसिसटेंट फंड से फेयर प्राइस मेडिसिन शॉप को यह राशि दे दी जायेगी.