कोलकाता: बंगाल की खाड़ी में गुरुवार की रात आये आंधी-तूफान में जंबूद्वीप से दक्षिण की ओर से बोटनगर के पास समुद्र में एक ट्रॉलर पलट गया, जिससे उस पर सवार 13 मछुआरे समुद्र में गिर गये. इनमें से आठ मछुआरों का पता तो चल गया है, लेकिन बाकी पांच मछुआरे तब से लापता बताये गये हैं. यह सभी मछुआरे दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप थाना क्षेत्र में कालीनगर के रहनेवाले हैं. लापता हुए मछुआरे को तलाशने के लिए 12 ट्रालर तलाशी अभियान चला रहे हैं, लेकिन अब तक उनका कोई पता नहीं चल पाया है.
जानकारी के अनुसार, पिछले मंगलवार को एफबी शंखध्वनि नामक ट्रॉलर में 13 मछुआरे गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए गये थे. गुरुवार को सभी मछुआरे मछली पकड़ कर वापस काकद्वीप की ओर लौट रहे थे, अभी वह जंबूद्वीप से दक्षिण की ओर बोटनगर के पास पहुंचे ही थे कि उसी समय यह हादसा हुआ. ट्रालर पलटने के बाद अन्य ट्रॉलर पर सवार मछुआरों ने आठ मछुआरों को सही सलामत बाहर निकाल लिया, लेकिन बाकी पांच मछुआरों का कोई पता नहीं चला.
काकद्वीप मत्स्यजीवी यूनियन के सचिव ने कहा कि डूबे हुए ट्रॉलर का पता चल गया है, लेकिन अब तक वहां मछुआरे पहुंच नहीं पाये हैं. आशा है कि उस ट्रालर में ही बाकी पांच मछुआरे फंसे हुए हैं. वहीं, आंधी के बीच ही विष्णु नामक ट्रॉलर से एक और मछुआरा गिर गया, जिसका नाम गौतम दास बताया गया है. गौतम दास का भी अब तक कोई पता नहीं चल पाया है.