मालदा: दशमी की रात को स्वर्ण व्यवसायी की गला काट कर हत्या के बाद उसकी पत्नी को पीट कर बिस्तर में बांध कर सशस्त्र अपराधियों ने लाखों रुपये के जेवरात व नगदी लूट कर नौ दो ग्यारह हो गये.
इस घटना से मालदा शहर से 72 किलोमीटर दूर चांचल थाना के काजी नजरुल बस स्टैंड इलाके में सनसनी व्याप्त है. दूसरी ओर दशमी की रात को रतुआ थाना क्षेत्र के सामसी स्टेशन इलाके में भी चमड़ा व्यवसायी के घर में लाखों की डकैती हुई. दो व्यवसायियों के घर में डकैती से स्थानीय व्यवसायी आतंकित हैं. साथ ही पुलिस की भूमिका को लेकर भी व्यवसायियों में रोष है. मालदा मर्चेट चेंबर ऑफ कॉमर्स ने अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की है. पुलिस ने बताया कि मृत स्वर्ण व्यवसायी का नाम गोपाल राय (64) है.
उनके परिवार में पत्नी व एक बेटा है. एक बेटी है, जिसकी शादी हो चुकी है. स्वर्ण व्यवसायी का घर चांचल बस स्टैंड इलाके के 81 नंबर राजमार्ग पर है. तीन मंजिले घर के नीचे ही स्वर्ण आभूषण का शोरूम है. शनिवार रात को साढ़े आठ बजे गोपाल राय जब अपना दुकान के शटर में ताला लगा रहे थे, तब 14 से 15 सदस्यीय सशस्त्र अपराधियों के दल ने उनका मुंह रूमाल से बंद कर उन्हें लेकर दुकान के अंदर में प्रवेश किया और दुकान का शटर अंदर से बंद कर दिया. दुकान के भीतर ही उन लोगों ने गोपाल राय का गला काट दिया. घर में उनकी पत्नी सीमा टीवी देख रही थी. डकैतों ने घर में घुस कर सीमा पर भी हमला किया. उसे रस्सी से बांध कर अलमारी व सिंदुक तोड़ कर सोना, चांदी के जेबरात व नगदी लूट लिये. रात साढ़े 10 बजे व्यवसायी का बेटा ज्योतिर्मय राय घर लौटा. दुकान के भीतर पिता का शव देख कर उसने चिल्लाना आरंभ कर दिया. स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंच गये. दूसरी ओर, शनिवार रात साढ़े तीन बजे सामसी स्टेशन इलाके में हाजी मासुद आलम नामक एक चमड़ा व्यवसायी के घर में डकैती की घटना घटी. यहां नकाबपोशों ने व्यवसायी के गोडाउन का दरवाजा तोड़ कर अंदर प्रवेश कर डेढ़ से दो लाख रुपये लेकर भाग गये. मालदा मार्चेट चेंबर ऑफ कॉमर्स के जिला सचिव उज्ज्वल साहा ने बताया कि पूजा की रात में इतनी बड़ी-बड़ी घटना घट गयी और पुलिस को पता तक नहीं चला. अगर पुलिस व्यवसायियों को सुरक्षा नहीं दे पायी, तो संगठन खुद आरजी पार्टी गठित कर सुरक्षा का बंदोबस्त करेगा.
अगर जल्द डकैतों को नहीं गिरफ्तार किया गया, तो जोरदार आंदोलन किया जायेगा. चांचल के एसडीपीओ पिनाकी रंजन दास ने बताया कि प्राथमिक जांच के आधार पर पता चला है कि 16 से 18 वर्षीय किशोरों ने डकैती को अंजाम दिया. सभी का मुंह कपड़े से बंधा हुआ था. अपराधियों की तलाश में इलाकों में छापेमारी की जा रही है. पुलिस दोनों मामलों की ही जांच कर रही है.