कोलकाता : प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि पार्टी के कार्यकर्ता व पदाधिकारी अब हर किसी का अभिवादन ‘जय श्रीराम’ बोल कर करेंगे. उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफिले के सामने जय श्रीराम का उद्घोष करने की वजह से पुलिस ने अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. ऐसा लगता है कि बंगाल में जयश्री राम बोलना अपराध है. हालांकि पुलिस जिनको गिरफ्तार किया है उनके खिलाफ कोई मामला साबित नहीं कर पायेगी.
मेदिनीपुर के नवनिर्वाचित सांसद दिलीप घोष का यह बयान तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी को चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है.
श्री घोष ने शुक्रवार को प्रदेश मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘जय श्रीराम’ के नारे से ममता को इतनी नफरत है तो अब उसी को पार्टी के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी अपने अभिवादन का मूलमंत्र बनाएंगे. हर किसी से मिलने-जुलने और बात करने पर कार्यकर्ता अब ‘जय श्रीराम’ का उद्घोष करेंगे. देखते हैं ममता कितने लोगों को गिरफ्तार करती हैं.
इसी बीच, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर लिखा कि ममता बनर्जी जी, आपको बांग्लादेशी घुसपैठियों पर, आतंकियों, नकली नोट का धंधा करने वालों पर, गौ तस्करों पर, दुष्कर्मियों पर गुस्सा नहीं आता! भाजपा कार्यकर्ताओं के हत्यारों पर भी गुस्सा नहीं आता! ‘जय श्रीराम’ सुनकर गुस्सा क्यों आ जाता है? ममता बनर्जी के नैहाटी सफर के दौरान जय श्री राम का जयकार सुनकर उनकी की गयी प्रतिक्रिया पर आम लोगों भौचक्के हैं. खुद उनके पार्टी के नेता भी समझ नहीं पा रहे हैं कि दीदी ने ऐसा क्यों किया. उनके इस कदम से आमजन मानस में प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.