बंगाल में मां, बहन और बेटियां सुरक्षित नहीं : डॉ. सुमन
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कोलकाता : सीएम ममता के दिल में ममता नहीं
शहीद मीनार की सभा में केंद्र को दी चेतावनी कहा, जल्दी से लाये अध्यादेश वर्ना हिंदू बदल देंगे जनादेश कोलकाता : कोलकाता के शहीद मीनार मैदान में आयोजित विराट हिंदू सम्मेलन के मंच से बोलती हुईं साध्वी सरस्वती ने पश्चिम बंगाल सरकार पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाया. वहीं अयोध्या में भगवान राम का भव्य […]
शहीद मीनार की सभा में केंद्र को दी चेतावनी कहा, जल्दी से लाये अध्यादेश वर्ना हिंदू बदल देंगे जनादेश
कोलकाता : कोलकाता के शहीद मीनार मैदान में आयोजित विराट हिंदू सम्मेलन के मंच से बोलती हुईं साध्वी सरस्वती ने पश्चिम बंगाल सरकार पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाया. वहीं अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर नहीं बनाने के लिए जम कर केंद्र सरकार को जम कर कोसा.
उन्होंने कहा कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था और भावना का सम्मान करते हुए केंद्र सरकार को तुरंत अध्यादेश लाकर राम मंदिर का निर्माण करवाना चाहिए. लगे हाथ हरे रंग से सराबोर हो चुके पश्चिम बंगाल को भगवामय कर देने का आह्वान उन्होंने किया. साथ ही लव जिहाद का मुकाबले करने के लिए उन्होंने अपील की कि हिंदु बहन-बेटियां अपने पास हथियार रखे और किसी एक लव जिहादी का सर काटे. अपने तीखे और कठोर तेवर के लिए मशहूर सरस्वती ने अपने संबोधन में किसी को नहीं बख्शा. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मानवता की दुहाई देते हुए रोहिग्या को इस देश में बसाने की वकालत करती हैं.
बंगलादेश से आने वाले मुसलमानों को वोट बैंक की राजनीति के लिए नागरिकता देती हैं और अनका आधार कार्ड से लेकर मतदाता पहचान पत्र और राशन कार्ड बनवाती हैं, लेकिन वह कश्मीर से मुस्लिम आतातायियों के हाथों विस्थापित सात लाख कश्मीरी पंडितों के लिए खामोशी का लबादा ओढ़ लेती हैं. उनका यह दोहरा बर्ताव अब हिंदू बर्दास्त नहीं करेगा, क्योंकि हिन्दुओं को अब समझ में आ रहा है कि उनके देवी-देवता हाथों में हथियार लेकर क्यों रहते हैं. ममता बनर्जी इस सनातन धर्म की परिभाषा और इतिहास बदलने का घृणित कार्य कर रही हैं.
उनको चेतावनी देते हुए साध्वी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की धरती रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद और खुदीराम बोस की धरती है जो एक तरफ भारत के अध्यातम और संस्कृति को विश्व पटल पर पहुंचाया तो खुदीराम ने लड़ते हुए अपनी जान देकर आजादी का अलख जगाया.
उन्होंने कहा कि अगर पचास हजार का मोबाइल लेकर घूमनेवाला इस देश का हिंदू अभी भी नहीं चेता तो कब चेतेगा. उन्होंने कहा कि अपने धर्म और परिवार के लिए कम से कम एक तलवार अपने घर में जरूर रखें, ताकि जब धर्म युद्ध हो तो उसका उपयोग वह कर सके. इसके साथ ही उन्होंने राम मंदिर मुद्दे पर हो रही राजनीति पर अपना विचार रखते हुए कहा कि जह चुनाव आता है तो नेताओं को राम मंदिर की याद आती है. उनके छलावे में अब हिंदू आने वाले नहीं हैं और वह जाग रहा है.
अगर केंद्र सरकार तुरंत अध्यादेश लाकर राममंदिर का निर्माण नहीं करती है तो करोड़ों हिंदू खुद ही अपने ईष्ट देव का मंदिर बना लेगा. इसके साथ ही उन्होंने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सब्सिडी के दम पर हज पर जाने वालों के लिए यह सरकार हज हाउस तो बनाती है, लेकिन अपने जीवन का अंतिम तीर्थ करने गंगासागर जाने वाले यात्रिओं के लिए कभी गंगासागर हाउस के निर्माण की बात नहीं करती. ठंड में लाखों की तादाद में तीर्थ यात्रियों को खुले आसमान के नीचे रहना पड़ता है. यह इस सरकार का दोहरा चरित्र है, जिसे बंगाल का हिंदू पहचान गया है और उनके जोश को जिंदा रखने के लिए वह फिर बंगाल आयेंगी. यह उनका पहला बंगाल दौरा था.
बंगाल में मां, बहन और बेटियां सुरक्षित नहीं : डॉ. सुमन
कोलकाता : बड़ी मुश्किल से मिली है आजादी, उसे खोने नहीं देंगे और देश में रहने वाले गद्दारों चैन से सोने नहीं देंगे. जो नहीं राम का, वो नहीं किसी काम का. इन्हीं पंक्तियों के साथ से अपना संबोधन शुरू करते हुए हिंदू जागरण मंच के बिहार-झारखण्ड संगठन के सचिव डॉ. सुमन कुमार ने कहा कि बंगाल की धरती पर मां, बहन और बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. यहां देवालय, ग्रन्थालय भी सुरक्षित नहीं है.
कहा जाता है कि यहां मां, माटी और मानुष की सरकार है लेकिन मां कहां है, यहां देख ही नहीं पा रहे है. शनिवार को कोलकाता के शहीद मीनार में हिंदू जागरण मंच दक्षिण बंग की ओर से आयोजित विराट हिंदू सम्मेलन के मंच पर उन्होंने कहा कि हमने कभी किसी धर्म पर प्रहार नहीं किया. हम तो वो है, जो सांप को भी घुटना टेक कर दूध पिलाते हैं लेकिन मजहब को आधार बनाकर देश को बांटने वाले हमारे भाई नहीं हो सकते. उन्होंने भाईचारा बरतने के प्रसंग पर कहा कि कुछ लोग कहते है कि भाईचारा बनाये रखे लेकिन भाईचारा बनाने के लिए उन लोगों को भारत देश की कई परम्पराओं को मानना होगा. अगर भारत में रहना है, तो वंदे मातरम कहना होगा. गाय को मां के समान मानना होगा. उन्होंने गांधी का हवाला देते हुए कहा कि गांधीजी ने कहा था कि बंटवारा कभी सम्भव नहीं है, हमारे रहते हुए बंटवारा के लिए हमारे लाश से गुजरना होगा लेकिन उनके रहते हुए बंटवारा कैसे हुआ. ऐसी क्या नौबत आ गयी थी.
देश को बांटने वाले हमारे भाई नहीं हो सकते है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से मक्का-मदीना का स्थान नहीं बदला जा सकता है, वेटिकन सिटी का स्थान नहीं बदला जा सकता है, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर का स्थान नहीं बदला जा सकता है, उसी तरह से राम जन्मभूमि का स्थान नहीं बदला जा सकता है. यह देश राम-कृष्ण और काशी विश्वनाथ का है. यह देश हिंद के वासियों का है. भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किये बिना हम विराम नहीं लेने वाले है. अभी तो पहली झाकी है, काशी मथुरा बाकी है.
भगवा मय हुआ शहीद मीनार मैदान
इस मौके पर पुरा शहीद मीनार भगवा रंग में रंग चुका था. काफी अधिक संख्या में हिंदू संगठन के लोग भगवा झंडा लहराते हुए पहुंचे थे. कोलकाता के साथ-साथ अन्य जिलों से भी गाड़ियों से काफी संख्या में समर्थक पहुंचे थे.
इस दौरान सुरक्षा में पुलिस प्रशासन की व्यवस्था सुस्त दिखी, वहीं कार्यकर्ता ही डटकर सभा मंच के इर्द-गिर्द सुरक्षा घेरा लगाकर तैनात थे. कार्यक्रम में मौके पर बंधू गौरव महाराज, हिंदू जागरण मंच दक्षिण बंग प्रांत के अध्यक्ष आशुतोष मंडल, महासचिव तुषार कांति, संगठन के महानगर के अध्यक्ष कमलेश पाण्डे समेत अन्य मौजूद थे.
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