20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आरएसएस ने सौंपी रिपोर्ट

सह कार्यवाह वी भगैया आज से कोलकाता में, बनायेंगे मुकाबले रणनीति अजय विद्यार्थी कोलकाता : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने पश्चिम बंगाल में पहली बार पूरे उत्साह से रामनवमी के पालन व रामनवमी के मद्देनजर रानीगंज, आसनसोल, कांकीनांड़ा व मुर्शिदाबाद में हिंसा की घटना को लेकर नागपुर मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी है. प्रदेश आरएसएस मुख्यालय […]

सह कार्यवाह वी भगैया आज से कोलकाता में, बनायेंगे मुकाबले रणनीति
अजय विद्यार्थी
कोलकाता : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने पश्चिम बंगाल में पहली बार पूरे उत्साह से रामनवमी के पालन व रामनवमी के मद्देनजर रानीगंज, आसनसोल, कांकीनांड़ा व मुर्शिदाबाद में हिंसा की घटना को लेकर नागपुर मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी है. प्रदेश आरएसएस मुख्यालय की ओर से पूरी घटना की रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी भेजी गयी है.
प्रदेश आरएसएस नेतृत्व ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से अपील की गयी है कि केंद्रीय टीम हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा करें और हिंसाग्रस्त इलाके की वास्तविक स्थिति के लेकर रिपोर्ट जारी करे. इस बीच, आरएसएस के सह कार्यवह वी भगैया शुक्रवार को कोलकाता आ रहे हैं.
वह अगले तीन-चार दिनों तक कोलकाता में रहेंगे और रामनवमी उत्सव के पालन व रामनवमी के बाद हिंसा की घटना को लेकर संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. अारएसएस पदाधिकारियों की बैठक में भविष्य की रणनीति भी बनायी जायेगी.
उल्लेखनीय है कि अप्रैल के प्रथम सप्ताह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कोलकाता दौरे पर अा रहे हैं. उसके पहले श्री भगैया का कोलकाता दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार पिछले वर्ष से आरएसएस समर्थित संगठनों ने पश्चिम बंगाल में रामनवमी उत्सव का पालन करना शुरू किया था. मात्र एक वर्ष की अवधि में रामनवमी पश्चिम बंगाल का वृहत्तर त्यौहार में परिणत हो गया और इसमें विभिन्न संगठनों खास कर महिलाओं की भागीदारी काफी महत्वपूर्ण रही. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस द्वारा भी रामनवमी के दौरान जुलूस निकाले गये.
वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार आरएएस हिंदुत्व को लेकर राज्य के लोगों में जागरूकता पैदा करने में सफल रहा है. हालांकि पूर्व वर्ष की भांति आरएसएस के बैनर तले प्रत्यक्ष रूप से कहीं भी जुलूस नहीं निकाला गया. रामनवमी के जुलूस या तो आरएसएस समर्थित संगठन या फिर भाजपा के बैनर तले निकाला गया.
भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने तलवार और गदा लेकर जुलूस में शामिल होकर और भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी ने त्रिशूल के साथ जुलूस में शामिल होकर रामनवमी को राजनीतिक रंग प्रदान किया और सुर्खियां ‍भी बटोरने में सफल रहे.
वरिष्ठ पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि रामनवमी को लेकर राज्य के विभिन्न इलाकों में हिंसा की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं. हिंसा के बाद कई परिवार अब भी बेसहारा हैं. राज्य सरकार उनकी स्थिति को लेकर उदासीन है.
दूसरी ओर, आरएसएस द्वारा केंद्र सरकार व मुख्यालय को भेजी गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन इलाकों में हिंसा की घटनाएं घटी हैं, वे पूर्व नियोजित थीं और योजनाबद्ध तरीके से एक विशेष पार्टी द्वारा हिंसा की घटना को अंजाम दिया गया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें