19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

धर्म उपासना का माध्यम, उसका सम्मान हो

कलकत्ता चेंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यक्रम में शामिल हुए उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, कहा सांसद हैं रोल मॉडल कोलकाता : उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को कहा कि धर्म उपासना का एक माध्यम है और संस्कृति जीने का तरीका है तथा दोनों का अवश्य ही सम्मान होना चाहिए. यहां कलकत्ता चेंबर ऑफ […]

कलकत्ता चेंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यक्रम में शामिल हुए उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, कहा

सांसद हैं रोल मॉडल
कोलकाता : उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को कहा कि धर्म उपासना का एक माध्यम है और संस्कृति जीने का तरीका है तथा दोनों का अवश्य ही सम्मान होना चाहिए. यहां कलकत्ता चेंबर ऑफ कॉमर्स में श्री नायडू ने कहा कि देश में विभिन्न भाषाएं बोली जाती हैं. इसके बावजूद देश के सभी लोग भारतीय हैं. उन्होंने कहा : धर्म उपासना का एक माध्यम है और संस्कृति जीने का तरीका है. हमें अवश्य ही उसका सम्मान करना चाहिए. हमारे द्वारा विभिन्न भाषाएं बोली जाने के बावजूद हम सभी भारतीय हैं और हम एक राष्ट्र हैं. उन्होंने कहा कि चूंकि भारत 10 से 15 साल में शीर्ष वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होनेवाला है, गरीबी को दूर करने जैसी चुनौतियां भी हैं. उन्होंने कहा कि गरीबी जैसी चुनौतियां हैं. इन चुनौतियों से एकजुट होकर लड़ना होगा और हर किसी को भाग लेना होगा.
इन मुद्दों का हल करने के लिए संसद को उपयुक्त रूप से कामकाज करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अब मैं राज्यसभा का सभापति हूं और संसदीय लोकतंत्र में मेरा 20 साल का अनुभव है. मुझे लगता है कि सांसद रोल मॉडल हैं. वे अपनी-अपनी पार्टी की छवि का प्रतनिधित्व करते हैं. गौरतलब है कि अगस्त में उप राष्ट्रपति बनने से पहले तक नायडू संसद में भाजपा के सदस्य थे. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र संख्या बल भर नहीं है. यहां तक कि संसद में कम प्रतिनिधित्व रखनेवाली एक पार्टी को भी बोलने की इजाजत दी जानी चाहिए और उसे सुना जाना चाहिए. श्री नायडू ने कहा कि आलोचना को सकारात्मक रूप से लेना होगा. हर किसी को जानना चाहिए कि नेता एक दूसरे के दुश्मन नहीं हैं, बल्कि महज राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं. उन्होंने कहा कि आत्मावलोकन करने का वक्त आ गया है. अब आपातकाल नहीं है. आपातकाल की कोई गुंजाइश नहीं है. लेकिन चुनौतियों को हल करने की जरूरत है, जिसके लिए संसद को कामकाज करना होगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें