23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पढ़ाई के दौरान ही करने लगे थे ब्रेनवाश

कोलकाता. बांग्लादेश में पढ़ाई के दौरान ही अल-कायदा के संदिग्ध आतंकी शमसाद मियां उर्फ तुषार विश्वास सीनियर की संगत में पड़कर अपने मार्ग से अलग हटना शुरू कर दिये थे. कोलकाता पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स के अधिकारियों को प्राथमिक पूछताछ में शमशाद ने बताया कि वह सिविल इंजीनियरिंग के दूसरे वर्ष की पढ़ाई कर […]

कोलकाता. बांग्लादेश में पढ़ाई के दौरान ही अल-कायदा के संदिग्ध आतंकी शमसाद मियां उर्फ तुषार विश्वास सीनियर की संगत में पड़कर अपने मार्ग से अलग हटना शुरू कर दिये थे. कोलकाता पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स के अधिकारियों को प्राथमिक पूछताछ में शमशाद ने बताया कि वह सिविल इंजीनियरिंग के दूसरे वर्ष की पढ़ाई कर रहे थे.

इसी समय ममुन नामक एक सीनियर ने उसके दिमाग में जिहाद के नाम पर आतंकी गतिविधियों के बारे में उसे बताना शुरू कर दिया. इसके बाद से लगातार वह उसे इस बारे में भ्रमित करते रहा. पढ़ाई पूरी करने के बाद बांग्लादेश में आतंकी गतिविधियां चलाने वाले एक मेजर से भी उसकी मुलाकात करायी. उस मेजर ने उसे अपना शिष्य स्वीकार किया. इसके बाद उसने अंसर बांग्ला संगठन ज्वायन किया.

लेकिन वहां की सरकार द्वारा उस संगठन पर 2015 में पाबंदी लगाने के बाद वह नये संगठन अंसार-उल-इस्लाम के लिए काम करना शुरू कर दिया. उस मेजर के कहने पर वह अपना कार्यकलाप करने लगा. अपने पोशाक व पहनावे में भी वह बदलाव लाने लगा. वहां आतंकी ट्रेनिंग लेने के बाद से उसने बांग्लादेश में संगठन के सदस्यों को कुछ महीने ट्रेनिंग भी दी थी. इसके बाद बांग्लादेश में ब्लॉगर की हत्या होने के बाद बांग्लादेश की सरकार द्वारा 2017 में अंसार-उल-इस्लाम संगठन पर भी पाबंदी लगाने के बाद वह अपने आका (संगठन प्रमुख) के निर्देश पर वह बांग्लादेश से अपने साथी रिजाउल इस्लाम के साथ सीमा पार कर बांग्लादेश से बंगाल में आ गया. पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि वह बंगाल के अलावा देश के विभिन्न राज्यों में रहकर आतंकी संगठन अलकायदा के लिए वह आतंकी माड्यूल डैयार करने की कोशिश कर रहा था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें