उल्लेखनीय है कि कई दिनों पहले गौड़ बंग विश्वविद्यालय के सहायक रजिस्ट्रार पद से अरीजित दास ने इस्तीफा दिया था. इसके बाद इस पद की जिम्मेदारी अचिंत बंदोपाध्याय को सौंपी गई. सात सितंबर को अचिंत बंदोपाध्याय ने सहायक रजिष्ट्रार की जिम्मेदारी संभाली. इसके 24 घंटे के अंदर ही विश्वविद्यालय के अपने कक्ष में ही उन पर हमला हुआ.
सूत्रों के मुताबिक सोमवार दोपहर को अचानक उनके कमरे में चंदन मंडल व इमदादुल इस्लाम नामक दो अस्थायी कर्मचारी घुसे एवं कुछ कहने के पहले ही उनकी पिटाई कर दी गई. इसके बाद वह वहां से चले गये. किस वजह से हमला हुआ यह ज्ञात नहीं हो सका है. हालांकि यह पहली बार नहीं है.इसके पहले भी विश्वविद्यालय के छात्रों की पिटाई की घटना में चंदन व इमदादुल का नाम जुड़ा था. इस घटना में आहत अचिंत बंदोपाध्याय ने इस संबंध में उपकुलपति से शिकायत की. उपकुलपति को पूरी घटना बताई. इसके बाद ही वह विश्व विद्यालय से निकल गये एवं उनका मोबाइल स्विच आफ है. इसके बाद उनके साथ संपर्क नहीं हो सका. घटना के बाद आरोपी दो अस्थायी कर्मियों से संपर्क नहीं हो सका है. इस घटना के विरोध में विश्वविद्यालय के छात्रों ने उपकुलपति से हस्तक्षेप कर कड़े कदम उठाने की मांग की है. इस घटना के बाद अपनी सुरक्षा को लेकर आतंकित शिक्षक व गैर शिक्षा कर्मियों ने सोमवार को उपकुलपति का दरवाजा खटखटाया.