जामुड़िया. आसनसोल के नगर निगम के पूर्व मेयर तथा भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने कहा कि चार दिन पूर्व हुई बारिश में आसनसोल स्थित नदियों में तीन लोगों की मौत हो गयी, जबकि जामुड़िया में नदी के अस्तित्व को ही व्यावसायिक प्रतिष्ठान समाप्त करने पर तुले हुए हैं. अर्थात कहीं नदियां लोगों को चपेट में ले रही हैं तो कहीं जामुड़िया में व्यावसायिक प्रतिष्ठान नदियों को ही खा रहे हैं. श्री तिवारी ने सिंघारन नदी को बचाने के लिए स्थानीय लोगों के आंदोलन के परिपेक्ष्य में यह कहा. उन्होंने कहा कि जामुड़िया की लाइफलाइन कहे जाने वाली सिंघारन नदी को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग तूल पकड़ने लगी है. एक वर्ष पूर्व उनलोगों ने इस मुद्दे को लेकर जोरदार आंदोलन किया था. दो दिनों पहले स्थानीय इकड़ा गांव के ग्रामीणों द्वारा इसे लेकर आसपास के फैक्टरियों में प्रदर्शन कर नदी की साफ सफाई सहित अतिक्रमण मुक्त करने की मांग की गयी थी. इस लड़ाई में अब जनता भी शामिल हो गयी है तथा इकड़ा गांव के लोगों द्वारा इस नदी को बचाने के लिए फैक्टरियों के सामने प्रदर्शन किया गया. कुछ फैक्टरियां अपने निजी स्वार्थ के लिए इस नदी के गतिपथ के साथ छेड़छाड़ कर रही हैं. नदी का अतिक्रमण करने के साथ ही उसका फैक्टरि के अंदर पूरी तरह से दोहन किया जा रहा है. नदी को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए जिलाशासक को चिट्ठी लिखने के साथ साथ भाजपा द्वारा जामुड़िया के बीडीओ को भी ज्ञापन सौंपा गया है. लेकिन सत्ताधारी इस मुद्दे पर चुप है. जिसका खामियाजा आम जनता को भोगना पड़ रहा है. सिंघारन नदी को बचाने के लिए ग्रामीणों का आंदोलन बिलकुल सही है, जिसका भाजपा पूरी तरह समर्थन करती है
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