कोलकाता : मौजूदा समय में सोशल मीडिया का क्रेज इस कदर बढ़ गया है कि लोग अपने जीवन से जुड़ी हर बातों को इसके जरिये शेयर करने लगे हैं. इसी आदत ने एक व्यक्ति को मौत के चंगुल से बचा लिया. यह कहना गलत नहीं होगा कि सोशल मीडिया ने उसे नयी जिंदगी दे दी. महानगर के रहनेवाले एक व्यक्ति ने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उसने खुद की जान देने की बात कही.
फेसबुक अथॉरिटी को इस पोस्ट का पता चलते ही कोलकाता पुलिस के साइबर थाना को दी गयी. सूचना मिलने के करीब एक-डेढ़ घंटे में पुलिस व्यक्ति तक पहुंच पायी और उसे आत्महत्या करने से रोक लिया गया. इस बात की पुष्टि कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने की है.
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार सोमवार की रात करीब 11 बजे को फेसबुक पर एक व्यक्ति ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उसने बताया कि वह अपनी जिंदगी से तंग आ गया है और वह फ्लाइओवर से कूदकर अपनी जान देने जा रहा है. यदि कोई व्यक्ति हत्या, आत्महत्या या किसी आपराधिक बातों से संबंधित पोस्ट करता है, तो फेसबुक अथॉरिटी के पास यह तकनीक उपलब्ध है, जिसके जरिये उसका नोटिफिकेशन फेसबुक अथॉरिटी को मिल जाता है. सोमवार को भी ऐसा ही हुआ. देर रात करीब 1.30 बजे फेसबुक अथॉरिटी ने एक व्यक्ति की आत्महत्या करने से संबंधित पोस्ट की सूचना कोलकाता पुलिस के साइबर थाना को दी गयी.सूचना मिलते ही कोलकाता पुलिस के साइबर थाना के सब-इंस्पेक्टर राजा साहा के नेतृत्व में पुलिस जांच में जुट गयी. व्यक्ति के फेसबुक प्रोफाइल की जांच कर पुलिस ने उनके दो मोबाइल नंबरों का पता लगाया. एक मोबाइल बंद था.
दूसरे मोबाइल पर कॉल करने पर एक महिला ने फोन उठाया. उससे पता चला कि वह व्यक्ति उसके यहां ड्राइवर की नौकरी करता था. उस महिला से पता चला कि वह व्यक्ति तिलजला के पिकनिक गार्डेन इलाके का निवासी है. ठिकाने का पता चलते ही कसबा थाने से संपर्क साधा गया. थाना में कार्यरत सब-इंस्पेक्टर रॉनी अधिकारी उक्त व्यक्ति के घर पहुंचे, जबकि अन्य सब-इंस्पेक्टर प्रबाल विश्वास साइबर थाना द्वारा तकनीक के आधार पर जुटाये तथ्यों के सहारे बंडेल गेट रोड के फ्लाइओवर के पास पहुंचे.वहां उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति फ्लाइओवर पर खड़ा है. पुलिस अधिकारी तुरंत उसके पास पहुंचे और पता चला कि वे वही हैं, जिन्होंने फेसबुक पर खुद की जान देने की वीडियो पोस्ट की. काफी समझाने-बुझाने के बाद व्यक्ति को घर लाया गया.
वहां कई घंटे तक मनोचिकित्सक ने उससे बातचीत की. प्राथमिक जांच के बाद पुलिस का कहना है कि आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने व अन्य कुछ निजी समस्या के कारण ही वह व्यक्ति खुद की जान देने की कोशिश में था. हालांकि घटना की सूचना मिलने के करीब डेढ़ घंटे में पुलिस उस व्यक्ति तक पहुंचने में सफल हो पायी और उसकी जान बच सकी.