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स्कूलों में सोमवार से छुट्टी की घोषणा
सामान्य से अधिक तापमान बढ़ने से आसनसोल सहित पूरे दक्षिण बंगाल में पारा 42 डिग्री सेल्सियस के पार हो गया है. इसके साइड इफेक्ट दिखने लगे हैं. सर्वाधिक प्रभावित बच्चे हो रहे हैं. इस कारण राज्य सरकार ने अगले आदेश तक आगामी सोमवार से सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है. जिलाशासक […]
सामान्य से अधिक तापमान बढ़ने से आसनसोल सहित पूरे दक्षिण बंगाल में पारा 42 डिग्री सेल्सियस के पार हो गया है. इसके साइड इफेक्ट दिखने लगे हैं. सर्वाधिक प्रभावित बच्चे हो रहे हैं. इस कारण राज्य सरकार ने अगले आदेश तक आगामी सोमवार से सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है. जिलाशासक डॉ सौमित्र मोहन ने कहा कि सभी स्कूलों तक यह आदेश पहुंचा दिया गया है.
आसनसोल. देश के नॉर्थ इस्टर्न क्षेत्र के सूखा होने तथा गर्म हवा चलने के कारण आसनसोल सहित पूरे वर्दवान व दक्षिण बंगाल का तापमान शनिवार को 42 डिग्री सेल्सियस पार कर गया. गर्म लू चलने के कारण सीजनल बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है.
इधर गर्मी की भयावहता को देखते हुए जिला प्रशासन ने सोमवार से ही अगले आदेश तक जिले के सभी सरकारी, सरकारी अनुदान प्राप्त सरकारी व निजी विद्यालयों में छुट्टी की घोषणा कर दी है. जिलाशासक डॉ सौमित्र मोहन ने कहा कि सभी विद्यालय प्रबंधन को इसकी आधिकारिक सूचना भेज दी गयी है.
मौसम विभाग के सूत्रों ने बताया कि इस वर्ष सामान्य से अधिक तापमान है. पिछले कई वर्षो से सामान्य तापमान में लगातार इजाफा हो रहा है. वर्ष 2015 पिछले कई वर्षो में सर्वाधिक गर्म वर्ष रहा था. यही कारण है कि पिछले वर्ष सामान्य से काफी कम वर्षा हुयी थी. यही कारण है कि इस वर्ष दामोदर नदी सहित अजय व बराकर नदी में जल स्तर काफी कम हो गया है.
संभावना थी कि शायद इस वर्ष गर्मी कम पड़ेगी. लेकिन जनवरी-फरवरी माह में तापमान सामान्य से अधिक हो गया. उन्होंने कहा कि फरवरी मे ं तापमान सामान्य से डेढ़ से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था. यही कारण है कि अप्रैल के प्रथम सप्ताह के गुजरते-गुजरते तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है. इसका मुख्य कारण यह है कि नॉर्थ इस्टर्न इलाके में वातावरण पूरी तरह से सूखा हो गया है तथा गर्म हवा भी चल रही है. पश्चिम से आनेवाली हवा का प्रभाव अभी नहीं पड़ रहा है. आगामी 15 दिनों तक वारिश होने की कोई संभावना नहीं है. आकलन है कि आगामी एक सप्ताह में तापमान दो डिग्री सेल्सियस और बढ़ सकता है.
अचानक मौसम का तापमान बढ़ने से सीजनल बीमारियां शुरू हो गयी है. सर्द-गर्म होने से नाक से पानी निकलने, लू लगने जैसी बीमारियां अचानक बढ़ गयी है. धूप से आने के बाद ठंडा पानी पीने के कारण यह स्थिति बन रही है. इससे बच्चे सर्वाधिक प्रभावित हो रहे हैं.
इस गर्मी के बीत चुनावी प्रचार कर रहे वरीय नेता भी तापमान बढ़ने से परेशान हैं. बीते सात अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसनसोल में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि मई और जून में जो गरमी पड़ती है, वह अभी पड़ रही है. आठ अप्रैल को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी चुनावी सभा में बताया कि भीषण गरमी पड़ रही है. लगातार चुनाव प्रचार करने के कारण गुरुवार को चुनावी प्रचार के बाद वे भी अस्वस्थ हो गयी थी. रात को उन्हें इंजेक्शन लेना पड़ा था. शुक्रवार को वे पुन: चुनाव प्रचार में निकली.
मौसम की इस स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने आगामी सोमवार से सभी सरकारी स्कूलों, सरकारी अनुदान पानेवाले सभी सरकारी व निजी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है. यह निर्णय अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा. आमतौर पर प्रतिवर्ष गरमी की छुट्टी मई माह से आरंभ होती है लेकिन इस बार अप्रैल माह से ही मौसम का मिजाज में भारी बदलाव को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है.
राज्य शिक्षा विभाग द्वारा जारी यह आदेश शनिवार को सभी सरकारी शिक्षा प्रतिष्ठानों में भेज दिया गया. आइसीडीएस केंद्र के साथ कक्षा एक से कक्षा 12 तक सभी स्कूलों को बंद किया गया है. जिला शासक डॉ सौमित्र मोहन ने बताया कि भीषण तापप्रवाह से बांकुड़ा, वीरभूम, बर्दवान, पुरुलिया मुर्शिदाबाद, नदिया, हावड़ा, हुगली, पूर्व मिदनापुर, पश्चिम मिदनापुर और मालदह जिला राज्य में सबसे अधिक प्रभावित हुये है.
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