लायक बांध ,तीन नंबर धोड़ा में नियमित सफाई नहीं होने के कारण चारों तरफ फैला गंदगी का अंबार.
पानी निकासी की सही व्यवस्था नहीं होने से बारिश में लोगों की परेशानी चरम पर.
जगह-जगह गंदे पानी के जमाव से मच्छरों का आतंक बढ़ा, संक्रामक बीमारी फैलने की संभावना.
रानीगंज : आसनसोल नगर निगम के वार्ड नंबर 91 में कूड़ेदान की भारी कमी तथा नियमित सफाई ना होने के कारण लोगों में भारी नाराजगी है. नालियों की भी नियमित नहीं होना लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है. ब्लीचिंग पावडर तथा कीटनाशक का छिड़काव नियमित नहीं होने से मच्छर लोगों के लिए समस्या का कारण बन गए हैं. फॉगिंग मशीन क्या है, लोगों को इसकी जानकारी तक नहीं है. वार्ड पार्षद प्रतिमा मुखी का दावा है कि उनके वार्ड में नियमित रूप से सफाई होती है. जमीनी हकीकत में उनका यह दावा सच्चाई से काफी दूर है.
आंखों देखी : वार्ड संख्या 91 के लायक बांध, चर्बी मोहल्ला, तीन नंबर धोड़ा, महावीरगंज आदि इलाकों में कूड़ेदान की भारी कमी है. सीमेंट के जो बने हुए है उनकी सफाई न होने से उसमें कचरा भरा पड़ा है. जिसपर आवारा पशु घूम रहे हैं. जहां-तहां कचरे का अम्बार लगा हुआ है. पानी निकासी की सही व्यवस्था न होने से लोग परेशान हैं.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग? चर्बी मुहल्ले के निवासी मोहम्मद इश्तिखार अहमद ने कहा कि उनके इलाके में नियमित सफाई न होने से चारों तरफ गंदगी भरा पड़ा है. नालियों की सफाई न होने से ओवरफ्लो होकर पानी बाहर बहता है. कीटनाशक और ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव कुछ विशेष अवसरों पर ही होता है. फॉगिंग मशीन का उपयोग इलाके में होते हुए कभी किसी ने नहीं देखा.
रेलवे मैदान इलाके के निवासी सुमन सिंह ने कहा कि कूड़ेदान की कमी के कारण चारों तरफ गंदगी की भरमार है. कभी कभार सफाई कर्मी आकर सफाई कर जाते हैं. कचरा उठाने वाले नियमित नहीं आने से कूड़ा पूरे इलाके में बिखरा पड़ा है.
लायक बांध की निवासी रीना राय ने कहा कि उनके घर के सामने की नाली पूरे वर्ष भर जाम रहती है. सफाई कर्मियों को बोलने के बावजूद वे इसकी सफाई नहीं करते हैं. ब्लीचिंग पावडर तथा कीटनाशक का छिड़काव कभी नहीं होने से मच्छरों के आतंक से लोग परेशान हैं.
लायक बांध निवासी सुरेंद्र नोनिया ने कहा कि मोहल्ले में नियमित सफाई नहीं होने से जगह-जगह कचरा भरा पड़ा है. पार्षद को बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई. लोग गंदगी भारी इस परिवेश में ही जीने को मजबूर हैं.
लायक बांध की निवासी चिंता नोनिया ने कहा कि इलाके में पानी निकासी की सही व्यवस्था न होने के कारण बारिश के समय नाली का पानी घर में चला जाता है. यह इलाके के लोंगों के लिए सबसे बड़ी समस्या है.
महावीरगंज के निवासी प्रमोद बेलदार ने कहा कि मंदिर के सामने ही कूड़ादान बना दिया है. इसकी नियमित सफाई ना होने के कारण चारों तरफ गंदगी का फैली रहती है. जिससे मंदिर का परिवेश बुरी तरह प्रभावित होता है. श्रद्धालु पहले कचरा का दर्शन करने के बाद भगवान के दर्शन को जाते है. यहां नियमित सफाई को लेकर पार्षद से अनेकों बार शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
तीन नंबर धौड़ा की निवासी पार्वती देवी एवं अजीत चौहान ने कहा कि इलाके में कूड़ेदान की भारी कमी है. जो कूड़ादान है उसमें हर समय कचरा भरा रहता है, नियमित सफाई न होने के कारण कचरा चारों ओर बिखरा रहता है. यह कचरा आवारा पशुओं का चारागाह बना हुआ है.
क्या कहती हैं वार्ड पार्षद?
वार्ड नंबर 91 की पार्षद प्रतिमा मुखी ने कहा कि उनके वार्ड में नियमित रूप से सफाई होती है. ब्लीचिंग पावडर व कीटनाशक का छिड़काव तथा फॉगिंग मशीन का उपयोग समय-समय पर किया जाता है. ग्यारह हजार मतदाताओं वाले इस वार्ड में कुल 16 सफाई कर्मी हैं. आबादी के आधार पर यहां और भी सफाई कर्मियों की जरूरत है.