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सफाई न होने से रेलपार में आफत लाती रहेगी गारूई
इस वर्ष लगातार दो बार आयी बाढ़ से निवासियों को करोड़ों की क्षति घर में सारा सामान छोड़ कर पलायन के लिए होना पड़ा था मजबूर आसनसोल : इस वर्ष गारूई नदी में आये बाढ़ से रेलपार के कई इलाके जलमग्न हो गये. रेलपार के इलाकों में गारूई नदी का अतिरिक्त पानी प्रवेश करने से […]
इस वर्ष लगातार दो बार आयी बाढ़ से निवासियों को करोड़ों की क्षति
घर में सारा सामान छोड़ कर पलायन के लिए होना पड़ा था मजबूर
आसनसोल : इस वर्ष गारूई नदी में आये बाढ़ से रेलपार के कई इलाके जलमग्न हो गये. रेलपार के इलाकों में गारूई नदी का अतिरिक्त पानी प्रवेश करने से रेलपार के रामकिशन डंगाल पंजाबी मोहल्ला के लोग अपने घरों को छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लेने को विवश हुए. बाढ़ से लोगों के घरों में रखा अनाज, राशन, कपडे, खेतों में लगी हरी सब्जियां सब बह गये. करोड़ों रूपये का नुकसान हुआ. पीड़ितों ने इस समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है.
रामकिशन डंगाल निवासी सोनू राय ने कहा कि वे विगत 22 वर्षो से पंजाबी मोहल्ला में पूरे परिवार के साथ रह रहे हैं. इस बार लगातार दो बार बाढ़ आने से डंगाल के लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. देर रात आरंभ हुयी बारिश से गारूई नदी के निकटवर्ती इलाकों में पानी भर गया. सुबह होते ही पंजाबी मोहल्ला स्थित उनके घर में पानी प्रवेश कर जाने से घर में रखा अनाज, कपडा, बर्तन, इलेक्ट्रोनिक सामान नष्ट हो गये. 35 हजार रूपये की क्षति उठानी पड़ी. उन्होंने कहा कि गारूई नदी की तली में जमी गंदगी की नियमित सफाई की जानी चाहिए.
पंजाबी मोहल्ला निवासी बिनोद राय ने बताया कि वे पिछले आठ वर्षो से रह रहे हैं. इस बार जैसी भयानक स्थिति का पहले कभी सामना नहीं किया. बारिश का पानी प्रवेश करने से घर में रखा एक बोरा चावल, आलू, इलेक्ट्रोनिक सामान नष्ट हो गये. पचास हजार रूपये की क्षति उठानी पड़ी.
उन्होंने कहा कि गारूई नदी की सफाई करनी होगी.
रंजीत वर्मा ने कहा कि इस बार के बारिश की डंगाल के लोगों ने कभी कल्पना नहीं की थी. इस बार दो बार गारूई नदी में आयी बाढ़ ने लोगों को काफी मुश्किल हालात में डाल दिया. लोग घरों में राशन, कपडा, सामान छड़ कर दूसरों के घरों में आश्रय लेने को बाध्य हुए. इस बार की बारिश में उनके घर में रखा इलेक्ट्रिक सामान नष्ट हो गया. बीस हजार की क्षति उठानी पडी. उन्होंने बताया कि नालियों की सफाई की जाये.
संजय पासवान ने कहा कि वे सात वर्षो से यहां रह रहे हैं. ऐसी स्थिति होगी, कभी सपने में भी सोचा नही था. इस बार के बारिश में उनके घर में रखा गद्दा, बिस्तर, पलंग, टीवी सेट नष्ट हो गया. आनुमानिक 40 हजार रूपये की क्षति हुई. उन्होंने बताया कि गारूई नदी को चौड़ी करने होगी. ताकि बारिश का पानी बह कर जा सके.
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