कोलकाता: कॉलेजों में पढ़नेवाली युवतियों के सामने हाइफाई मोबाइल का इस्तेमाल करने का शौक दो छात्रों को सलाखों के पीछे ले गया. घटना सव्रे पार्क इलाके में 12 फरवरी को घटी. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की और दोनों आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों के नाम आयुष सिंह उर्फ अंकुर (21) और माइकेल विसेल सिंह उर्फ अमन (21) बताये गये है.
दोनों साउथ सिटी कॉलेज में बी कॉम प्रथम वर्ष के छात्र हैं, और सोनारपुर इलाके के आनंदनगर हाउसिंग इस्टेट के रहनेवाले हैं. दोनों को उसी के घर से गिरफ्तार किया गया. 29 वर्षीया युवती के पास से मोबाइल छिनताई करने का आरोप दोनों छात्रों पर लगा था. अलीपुर कोर्ट में पेश करने पर गुरुवार को दोनों को 22 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है.
क्या था मामला
गत 12 मार्च की रात 8.25 के करीब सव्रे पार्क इलाके में नंदन कानन के पास 29 वर्षीया सौमिता चक्रवर्ती (गांगुली) मोबाइल पर बातें करते हुए घर की तरफ जा रही थी. अचानक बाइक पर सवार दो युवक उनके पास आये और उसका कीमती मोबाइल छीन कर भाग गये. काफी शोर मचाने के बावजूद दोनों लोगों की पकड़ में नहीं आ सके. घटना के बाद सौमिता ने सव्रेपार्क थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी, जिसके बाद पुलिस ने मुकबिरों को सतर्क कर दिया.
छिनताई का मोबाइल लेकर पहुंच गया कॉलेज
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों छात्रों को कॉलेज गर्ल के सामने नयी कीमती मोबाइल का इस्तेमाल करने का काफी शौक था. लिहाजा छिनताई के बाद ही आयुष उस मोबाइल को कॉलेज ले आया और अपना सिम कार्ड उसमें डाल कर इस्तेमाल करने लगा.
इधर, मामले की जांच को अपने हाथ में लेते हुए छिनताई विभाग की टीम को फोन का आइएमइआई नंबर का पता चला, और उसके बाद उसमें डाले गये नये सिम कार्ड व उसके पते की जानकारी मिली. इसके बाद पुलिस उसके ठिकाने तक पहुंची.
दोनों छात्रों से सख्ती से पूछताछ की गयी, जिसमें दोनों ने मोबाइल छिनताई की बात व इसके पीछे उनके शौक का खुलासा किया. इसके बाद आयुष के पास से छिनताई का वह मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया. जिस बाइक में घटना के दिन दोनों दोस्तों ने वारदात को अंजाम दिया था वह बाइक भी पुलिस ने जब्त कर ली है. प्राथमिक पूछताछ में दोनों ने बताया कि मध्यमवर्ग के परिवार में रहने के कारण उनके पास कीमती फोन नहीं था. इसके कारण कॉलेज में उन्हें दोस्तों के सामने अपमानित होना पड़ता था. इसी से छुटकारा पाने के लिए दोनों ने यह तरीका चुना था. यह उसका पहला केश था, जिसमें ही दोनों पुलिस के हत्थे चढ़ गये.