कोलकाता: हल्दिया पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एचपीएल) को आर्थिक संकट से उबारने के लिए कंपनी के निदेशक मंडल ने मौजूदा प्रवर्तकों को राइट इश्यू जारी करने की मंजूरी दे दी है. कंपनी को पूंजी की जरूरत को देखते हुए यह अनुमति दी गयी है.
इस बैठक के बाद टीसीजी ग्रुप के कर्णधार पुर्णेदु चटर्जी ने कहा कि बैठक के दौरान उन्होंने राज्य सरकार को रुपये उगाहने के संबंध में कई सुझाव दिये हैं. उन्होंने साफ कर दिया कि अगर राज्य सरकार कोर्ट के बाहर इस समस्या का समाधान करना चाहती है तो वह इसके लिए तैयार है, क्योंकि कोर्ट के बाहर ही मामला सुलझाने से दोनों पक्ष को लाभ होगा. गौरतलब है कि एचपीएल में विभिन्न बैंकों के भी करीब नौ फीसदी शेयर हैं.
इस संबंध में राज्य सरकार ने बैंकों से ऋण देने को कहा था और ऋण के रूप में दिये गये राशि के अनुपात में कंपनी में शेयर की हिस्सेदारी देने की बात कही गयी थी, लेकिन इस विषय पर बात नहीं बन पायी. आर्थिक कमी के कारण एचपीएल में उत्पादन काफी कम हो गया है. यहां फिलहाल कुल क्षमता का 40 फीसदी ही उत्पादन हो रहा है.
राइट इश्यू जारी करेगी कंपनी : पार्थ
निदेशक मंडल की बैठक के बाद कंपनी के चेयरमैन और पश्चिम बंगाल के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि तत्काल पूंजी प्राप्त करने के लिए कंपनी राइट इश्यू जारी करेगी. कंपनी 25.10 रपये प्रति शेयर भाव पर 52 करोड़ शेयर जारी करेगी और इसके माध्यम से करीब 1305 करोड़ रुपये उगाहे जायेंगे. उन्होंने कहा कि कंपनी को पूंजी की तत्काल जरूरत है, क्योंकि अगर 31 मार्च तक कंपनी का पुनर्विकास नहीं किया गया, तो यह बीआइएफआर में शामिल हो जायेगी. उन्होंने कहा कि श्री चटर्जी ने बताया है कि इंडियन ऑयल ने एचपीएल में डब्ल्यूबीआइडीसी के शेयर खरीदने के लिए 25.10 रुपये प्रति शेयर की बोली लगायी है, इसलिए राइट्स इश्यू की कीमत भी यही रखी गयी है.