कोलकाता: पश्चिम बंगाल के पांच जिलों में पैदा हुई बाढ़ की स्थिति पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि साजिश के तहत राज्य में बाढ़ की स्थिति पैदा की गयी है. यह बाढ़ प्राकृतिक कारणों से नहीं, बल्कि मानव निर्मित है. इसके लिए मुख्यमंत्री ने झारखंड सरकार व दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) को जिम्मेदार ठहराया.
बुधवार को राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर गयी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने झारखंड सरकार व डीवीसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों ने ही बिना किसी सूचना के पानी छोड़ दिया है. पानी छोड़ने से पहले राज्य सरकार से कोई सलाह नहीं ली गयी थी. उनका जब मन होता है, तब पानी छोड़ देते हैं और इससे बंगाल की आम जनता को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. यह एक मानव निर्मित बाढ़ है. उनकी लापरवाही की वजह से यहां बाढ़ आयी है, यह यहां की जनता के साथ किया जानेवाला अपराध है.
गौरतलब है कि इस संबंध में मुख्यमंत्री ने मंगलवार को झारखंड सरकार के रवैये के खिलाफ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र भी लिखा है. इसके अलावा डीवीसी पर भी पानी के स्तर की सही जांच नहीं करने का आरोप लगाया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार की स्थिति हर वर्ष पैदा होती है. राज्य सरकार ने कई बार आवेदन किया है कि पानी छोड़ने से पहले कम से कम राज्य सरकार को सूचना दे दी जाये, जिससे सरकार पहले से ही राहत व बचाव कार्य कर सके. लेकिन उनकी समस्या है कि वह सही प्रकार से पानी के स्तर की जांच नहीं करते. मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सात ब्लॉक व पूर्व मेदिनीपुर जिले के कुछ क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. इसके अलावा पुरुलिया, हावड़ा व हुगली जिले में बाढ़ का असर है.