राजनीतिक हिंसा के खिलाफ आज बशीरहाट बंद
कोलकाता : हासनाबाद के तालपुकुर बाजार इलाके में सोमवार रात 10 बजे नवनिर्वाचित माकपा की पंचायत समिति के अध्यक्ष जहांगीर आलम (50) की कुछ अज्ञात अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी.
माकपा ने इसमें तृणमूल समर्थित अपराधियों का हाथ होने का आरोप लगाया है. घटना के विरोध में उसने बुधवार को बशीरहाट शहर में 12 घंटे बंद का आह्वान किया है.
बताया जाता है कि जहांगीर मोल्ला सोमवार रात 10 बजे तालपुकुर बाजार से साइकिल से घर लौट रहे थे, तभी सिराजपुर और ताकीपुर चाराबटतल्ला के नजदीक मोटरसाइकिल से आकर तीन अपराधियों ने उन्हें घेर लिया.
वे नजदीक से जहांगीर के सिर में गोली मार कर फरार हो गये. इससे मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलने पर ग्रामवासियों में रोष फैल गया. उन्होंने शव को घेर कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. सूचना पाकर हसनाबाद थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. लोगों ने पुलिस को घेर कर काफी देर तक प्रदर्शन किया. माकपा ने आरोप लगाया कि तृणमूल समर्थित अपराधियों ने उनके नेता की हत्या की है.
पुलिस रात तीन बजे शव को अपने कब्जे में ले सकी. माकपा ने शव को लेकर धर्मतल्ला में मंगलवार को रैली निकालने का मन बनाया था, लेकिन पोस्टमार्टम में देरी होने की वजह से वह शव को मंगलवार को कोलकाता नहीं ला सकी. हत्या के विरोध में हसनाबाद इलाके में सुबह कई जगह माकपा ने पथावरोध किया.
गौरतलब है कि बसीरहाट पंचायत समिति के चुनाव में वाम मोरचा को 13 सीटें मिली थीं, जबकि तृणमूल और कांग्रेस गंठबंधन को भी 13 सीटें मिली थीं. लॉटरी के माध्यम से जहांगीर आलम पंचायत समिति का अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे. जहांगीर हसनाबाद के नयदा गांव के रहनेवाले थे. तालपुकुर बाजार में उनकी दवा की दुकान है.