-अजय विद्यार्थी-
कोलकाताः दुष्कर्म की शिकार बुजुर्ग नन को देखने पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को स्थानीय लोगों के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. स्थानीय लोगों व छात्र और छात्रों ने राणाघाट अस्पताल से से लौटते समय राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर मुख्यमंत्री के काफिले के सामने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों के हाथों में तख्तियां और नारे लिखे हुए हैं. कइयों के हाथों में जलती हुई मोमबत्तियां थी.
प्रदर्शनकारी सीएम गो बैक. सीएम गो बैक. वी वांट जस्टिस, वी वांट जस्टिस आदि के नारे लगे रहे थे. घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी दोषियों को गिरफ्तार नहीं किये जाने से नाराज प्रदर्शनकारियों ने जम कर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों के लिए समझाने के लिए स्कूल के पादरी से लेकर शिक्षक और वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी लगातार कोशिश करते रहे,लेकिन प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी जारी रखी.
इस बीच मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनकारियों को चुनौती देते हुए कहा कि यह माकपा व भाजपा की साजिश है. इस घटना को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है. इस घटना को अन्य रूप देने की कोशिश की जा रही है. राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि पहले ही वह इस घटना की निंदा की है. वह पहले ही बोल आयी हैं कि दोषी को सजा मिलेगी. दोषियों को फांसी की सजा दी जायेगी. वह इस तरह के मामले में फांसी देने के पक्ष में हैं.
उन्होंने कहा कि वह आंदोलन से उठ कर आयी हैं. वह आंदोलन जानती है. आंदोलन को कलंकित करने की कोशिश की जा रही है. यदि सीने में दम है,तो आकर उन्हें हाथ लगा कर दिखाये. वह वहीं इंतजार कर रही हैं. वह तब तक यहां से नहीं जायेंगी, जब तक ये प्रदर्शनकारी नहीं हटेंगे. सुश्री बनर्जी अपनी गाड़ी से उतरी और लोगों को समझाने की कोशिश की,लेकिन प्रदर्शनकारी दोषियों को गिरफ्तार करने तथा पूरे मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग करते रहे.