कोलकाता. खनन में पर्यावरण छूट मिलने से उत्साहित कोल इंडिया ने बुधवार को कहा कि अगस्त तक उत्पादन में कमी के बावजूद वह चालू वित्त वर्ष में उत्पादन लक्ष्य पूरा करने को लेकर प्रतिबद्ध है.
कंपनी की सालाना आम बैठक के बाद कोल इंडिया के कार्यवाहक चेयरमैन एके दूबे ने कहा कि कंपनी को कुछ मौजूदा खदानों में अतिरिक्त खनन गतिविधियों के लिए पर्यावरण मंजूरी मिली है. इन खदानों से अतिरिक्त उत्पादन से हमें चालू वित्त वर्ष 2014-15 उत्पादन लक्ष्य को पूरा करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हम मौजूदा खदानों से न्यूनतम एक करोड़ टन तथा अधिकतम दो करोड़ टन अतिरिक्त कोयला उत्पादन की उम्मीद कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कोयला खदानों का विस्तार करने के लिए अब पब्लिक हियरिंग की जरूरत नहीं होगी, अगर 20 मिलियनटन कोयला का उत्पादन बढ़ाने के लिए खदान के क्षेत्र का विस्तार किया जाता है तो इसके लिए स्थानीय लोगों से अनुमति लेना जरूरी नहीं होगा. इसके साथ ही कंपनी ने उत्पादन बढ़ाने के लिए आधारभूत सुविधाओं को और बेहतर करने में जुटी हुई है.
उन्होंने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में अप्रैल-अगस्त महीने तक 176 मिलियन टन कोयला का उत्पादन हुआ है, जो कि तय किये गये 184 मिलियन टन से आठ मिलियन टन कम था. उत्पादन के साथ ही कोयला के ऑफटेक में भी गिरावट आयी है. कंपनी ने इस दौरान 209 मिलियन टन कोयला का ऑफटेक करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन कंपनी मात्र 195 मिलियन टन कोयला की ही ढुलाई कर पायी. गौरतलब है कि कंपनी ने 2014-15 में 507 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा है.