बर्दवान : रविवार तड़के पूर्व-मध्य रेलवे के दानापुर डिवीजन अंतर्गत लक्खीसराय स्टेशन के निकट रक्सौल-हावड़ा (13022) ट्रेन के आरक्षित डिब्बे में नेपाल से लौट रहे यात्रियों से लाखों की लूटपाट हुई. बाद में बदमाश ट्रेन की चेन खींचकर बीच रास्ते में फरार हो गये.
घटना के बाद पर्यटकों ने रेलवे की ट्रोलफ्री नंबर 182 पर फोन कर इसकी शिकायत की, लेकिन कोई मदद नहीं मिली. बाद में ट्रेन के बर्दवान पहुंचने पर पीड़ितों ने बर्दवान जीआरपी कार्यालय में लिखित रूप से शिकायत की. यात्रियों ने रेलवे प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उस दौरान ट्रेन में कोई भी सुरक्षाकर्मी तैनात नहीं था.
क्या है घटना : बर्दवान नगर के रथतला, भतछाला, बड़नीलपुर सहित विभिन्न इलाकों से 35 लोगों की पर्यटक टीम 11 मार्च को नेपाल गयी थी. बिहार के रक्सौल से पर्यटक शनिवार रात रक्सौल-हावड़ा एक्सप्रेस से बर्दवान लौट रहे थे. सभी पर्यटक आरक्षित डिब्बे (एस वन) में सो रहे थे.
रविवार तड़के लगभग चार बजे चार बदमाश कोच के दो किनारे में टर्च मारकर देख रहे थे. पहले उन्होंने सोचा कि रेलवे पुलिस तथा टिकट कलेक्टर हैं और यात्रियों को देखने आये होंगे.
कुछ देर बाद बदमाश हाथों में चाकू लेकर जान से मारने की धमकी देते हुए हैंड बैग, छोटे बैग और नकदी छीनकर चलती ट्रेन से कूदते हुए फरार हो गये. रथतला निवासी उत्तम कर्मकार, भतछाला के लालू हाजरा आदि ने बताया कि यात्रियों की चीख सुनकर हम लोगों ने सोचा कि कोई बच्चा ट्रेन की सीट से गिर गया है.
बड़ानीलपुर निवासी शर्मिला दास ने दावा किया कि बदमाशों ने उनका बैग इतनी तेजी से खींचा कि वह सीट से नीचे गिर पड़ी. छोटन दास, रीना कर्मकार, सोमा दास आदि ने कहा कि घटना की जानकारी रेलवे के ट्रोल फ्री नंबर 182 पर दी गयी. पर कोई जवाब नहीं मिला.
यात्रियों ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे पिस्तौल दिखाकर भागने में कामयाब रहे. इस दौरान ट्रेन करीब 15 मिनट तक बीच रास्ते में खड़ी रही, लेकिन आरपीएफ या रेल अधिकारी नहीं पहुंचा. बिहार के किउल जीआरपी से संपर्क करने पर वहां के सब इंस्पेक्टर ने बताया की बर्दवान जीआरपी को सूचना दी गयी है. इस मामले में रेल पुलिस के अधीक्षक (जमालपुर) महम्मद आमीर जाबेद ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.