आद्रा: पुरुलिया सदर अस्पताल में पिछले 36 घंटों में आठ नवजात शिशुओं की मौत होने से मृतकों व रोगियों के परिजनों में भारी रोष है. उन्होंने अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगाया तथा अस्पताल अधीक्षक का घेराव किया. अधीक्षक ने जांच के बाद दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. इसके बाद परिजन शांत हुए.
पुरुलिया जिले के आड़सा थाना इलाके के निवासी सिद्धेश्वर कुमडी ने बताया कि बीते शुक्रवार को प्रसव दर्द होने के कारण उसने अपनी पत्नी को पुरुलिया सदर अस्पताल में दाखिल कराया. उस दिन रात में ही पुत्री संतान का जन्म हुआ. जन्म के समय वार्ड में कोई भी डॉक्टर या नर्स उपस्थित नहीं थी. अस्पताल की आया ने ही किसी तरह से उसका प्रसव कराया. जन्म के तुरंत बाद नवजात शिशु बीमार हो गयी. इस दौरान डॉक्टर एवं नर्स को कई बार बुलाया गया, पर कोई नहीं आया. रात डेढ़ बजे नवजात शिशु की हालत गंभीर हो गयी और बाद में उसकी मौत हो गयी. उन्होंने मौत का कारण चिकित्सा में लापरवाही बताया. उन्होंने कहा कि पिछले 36 घंटों में वार्ड में आठ नवजात शिशुओ ं की मौत हुई है. इसके बाद भी अस्पताल के चिकित्सकों ने कोई पहल नहीं की.
लगातार हो रही मौत से उत्तेजित परिजनों ने शनिवार की दोपहर अस्पताल अधीक्षक का घेराव किया. उन्होंने कहा कि दोषी चिकित्सकों व नर्सो के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए. उन्होंने अधीक्षक से लिखित शिकायत भी की. अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि शिकायत की जांच की जा रही है. दोषी पाये जाने पर क ड़ी कार्रवाई की जायेगी. हालांकि मृत ज्यादातर नवजात शिशुओं का वजन कम था तथा दो की श्वांस लेने में दिक्कत होने के कारण मौत हुई है.