बर्दवान : कालना फास्ट ट्रैक अदालत ने बीमा राशि 25 लाख गायब करने के मकसद से एक युवक की हत्या कर अपने को बडे भाई के रूप में पुलिस के सामने दावा करने के मामले में दो भाई दयालदास मजुमदार, रुईदास मजुमदार व सुमन बिश्वास को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. दोनो भाइ कटवा थाना अंतर्गत चरपताईहाट और एक अन्य आरोपी नदीया के धानतला के निवासी हैं.
अदालत सूत्रों के मुताबिक 15 मार्च, 2013 को पूर्बस्थली थाना अंतर्गत विश्वरंभा इलाके से पुलिस ने एक युवक का शव बरामद किया था. मृतक युवक का शिनाख्त नहीं हो सकी थी. पुलिस ने मृतक के पाकेट से एक व्यक्ति का फोन नंबर और एक सचित्र मतदाताकार्ड बरामद किया. फोन नंबर के जरिए उस व्यक्ति को थाने बुलाया तो उसने अपने को मृतक का बड़ा भाई दयालदास मजुमदार के रुप में बताया.
पुलिस को जब शक होने पर जांच की गय तो मालूम चला कि मृतक का नाम अभिजीत दे है जो हुगली के जिराट का निवासी था.जांच में पता चला कि दयाल दासमजुमदार जीवित है और वह कटवा के चरपताईहाट का निवासी है.
यह भी पता चला की उसके नाम पर 25 लाख रुपये का बीमा किया था और पत्नी ही इसकी नमिनी रही. मृतक युवक के परिवार का शिकायत पर ही दयाल दासमजुमदार, रुईदास दासमजुमदार और सुमन बिश्वास को गिरफ्तार किया, पांच साल तक चली सूनवाई के बाद फास्ट ट्रैक कोर्ट ने मामले में सजा सुनाई.