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गृहवधू को जलाने की कोशिश में गिरफ्तार पति की जमानत याचिका खारिज, 14 दिनों की न्यायिक हिरासत

सिलीगुड़ी : दो महीने की गर्भवती गृहवधू को जलाकर मारने की कोशिश में गिरफ्तार पति की जमानत याचिका अदालत ने खारिज कर दी है. जबकि सास अचानक बीमार हो गयी और पुलिस हिफाजत में उसकी एक निजी अस्पताल में चिकित्सा चल रही है. पति शक्ति अग्र्रवाल को सिलीगुड़ी थाना पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में […]

सिलीगुड़ी : दो महीने की गर्भवती गृहवधू को जलाकर मारने की कोशिश में गिरफ्तार पति की जमानत याचिका अदालत ने खारिज कर दी है. जबकि सास अचानक बीमार हो गयी और पुलिस हिफाजत में उसकी एक निजी अस्पताल में चिकित्सा चल रही है. पति शक्ति अग्र्रवाल को सिलीगुड़ी थाना पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया.
जहां अदालत ने उसकी जमानत याचिका खारिज करते हुए 14 दिनों की न्यायायिक हिरासत में भेज दिया.यहां उल्लेखनीय है कि यह घटना सिलीगुड़ी के 25 नंबर वार्ड के मिलनपल्ली इलेक्ट्रिसिटी रोड इलाके में मंगलवार को घटी थी.आरोपी पति और और सास ने गृहवधू को जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की.
चार मंजिला इमारत के पहले मंजिल के एक फ्लैट से पीड़ित गृहवधू की चित्कार सुनकर इलाकेवासी इकट्ठे हुए और सिलीगुड़ी अग्निशमन केंद्र व सिलीगुड़ी थाना की पुलिस को सूचित किया. उसके बाद दमकल कर्मियों के सहयोग से पीड़ित गृहवधू को बालकनी की ग्रिल तोड़कर किसी तरह बचाया.बाद में इलाकेवासियों ने पीड़िता के पति और सास को फ्लैट के एक अन्य कमरे से निकालकर पुलिस के हवाले किया.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को आरोपी पति शक्ति अग्रवाल की ही कोर्ट में पेशी हुयी. उसकी मां तथा पीड़िता की सास चंद्रा देवी अग्रवाल को कोर्ट में पेश कर पाना संभव नहीं हो सका. गिरफ्तारी के बाद मंगलवार की रात अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गयी. जिसके बाद उसे पहले सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
जहां तबीयत बिगड़ने के बाद उसे एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है. पुलिस की निगरानी में उसकी चिकित्सा चल रही है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि चंद्रा देवी अग्रवाल की तबीयत में सुधार होते ही उसे कोर्ट में पेश किया जायेगा.इसबीच पीड़िता गृहवधू काजल कुमारी यादव (19) के पिता अशोक यादव बुधवार को बिहार के जमालपुर से सिलीगुड़ी पहुंचे.
अपनी बेटी के साथ ही हुयी बर्बर अत्याचार से वह काफी परेशान हैं. उन्होंने बताया कि सपने में भी नहीं सोचा था कि ससुराल वाले उनकी बेटी की जान लेने पर उतारू हो जायेंगे. दूसरी ओर पीड़िता को कल रात से ही स्थानीय लोगों की मदद से गौरीय मठ के अतिथिशाला में रखा गया. उसके पिता अशोक यादव भी अपनी बेटी से मिलने वहीं पहुंचे.
बाद में वह अपनी बेटी को लेकर बिहार के जमालपुर चले गए. इस दर्दनाक वारदात को लेकर स्थानीय वार्ड पार्षद सीमा साहा, जतन दा, भाजपा नेता संतोष मोदक व अन्य लोग भी काफी परेशान हैं. यह सभी हर कीमत पर पीड़िता को इंसाफ दिलाना चाहते हैं. स्थानीय भाजपा नेता संतोष मोदक ने इस जघन्य घटना को लेकर पीड़िता के पति शक्ति अग्रवाल पर निशाना साधा है.
उनका कहना है शक्ति ने यह तीसरी शादी की है. इससे पहले की दो शादियां उसकी टूट चुकी है. पहले की पत्नियों को पर भी उसी प्रकार से अत्याचार करता था. जिसके बाद पहली और दूसरी पत्नी कहां चली गयी,किसी को पता नहीं है.उसने काजल कुमारी यादव (19) तीसरी शादी की. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि शक्ति का ना तो पहली पत्नी से ना ही दूसरी पत्नी से कानूनी रूप से तलाक हुआ है. जबकि उसने तीसरी शादी भी कर ली. उन्होंने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की मांग की.
क्या है मामला
पीड़िता गृहवधू काजल कुमारी यादव (19) का मायका बिहार के जमालपुर है. तीन महीने पहले ही सिलीगुड़ी के मिलनपल्ली निवासी शक्ति अग्रवाल (35) से उसकी शादी हुयी थी. अभी वह दो महीने की गर्भवती है. घर में पति व सास तीन जन एकसाथ रहते हैं.
पति बिल्डिंग के नीचे ही गल्ला माल की दुकान चलाता है. काजल का आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद से ही पति और सास उसपर अत्याचार करने लगे. काजल का कहना है कि पति और सास ने सोची समझी साजिश के तहत उसे जलाकर मारने का प्रयास किया था.
क्या कहना है पिता का
पीड़िता के पिता अशोक यादव का कहना है कि शादी के बाद से ही उनकी बेटी खुश नहीं थी. हाल में ही वह छठ पूजा का प्रसाद लेकर जब बेटी के घर आए थे, तभी उन्हें पता चल गया था कि उनकी बेटी के साथ अत्याचार हो रहा है. बेटी ने उनसे बातचीत में सभी तथ्यों का खुलासा किया था. बेटी ने बताया था कि सास तथा पति उसके साथ मारपीट करते हैं.
घर से बाहर तक नहीं निकलने देते. इस बात की जानकारी अपने पिता को इसलिए नहीं दे पायी कि पति ने उससे मोबाइल फोन तक छीन लिया था. वह काफी परेशान रहती थी. श्री यादव ने कहा कि बेटी से इतना सब कुछ सुनने के बाद वह स्थानीय लोगों की सहायता से वार्ड पार्षद सीमा साहा से मिले थे. तब दोनों पक्षों के बीच बातचीत कर समस्या का समाधान हो गया. उसके बाद भी उनकी बेटी को जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की गई.
महेश शर्मा नामक शख्स का नाम सामने आया
पीड़िता के पिता ने इस पूरे मामले में किसी महेश शर्मा नामक शख्स के नाम का खुलासा किया है. श्री यादव ने कहा कि महेश शर्मा नामक एक शख्स ने उनकी बेटी की शादी शक्ति अग्रवाल से कराई थी. महेश शर्मा सिलीगुड़ी का ही रहने वाला है. महेश शर्मा की बहन की शादी बिहार के भागलपुर में हुई है.
इसी की वजह से उनकी जान पहचान महेश शर्मा के साथ हुई. जब उनकी बेटी के साथ अत्याचार की जानकारी मिली तो वह महेश शर्मा से मिले. महेश शर्मा ने शादी के समय वादा किया था कि यदि उनकी बेटी के साथ कुछ भी गलत होता है तो इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं.
शादी कराने के लिए 40 हजार
श्री यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि शक्ति अग्रवाल से 40000 हजार रुपये लेकर महेश शर्मा ने उनकी बेटी की शादी शक्ति अग्रवाल से करा दी. उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी. अब पता चला कि महेश शर्मा ने पैसे की लालच में उनकी बेटी की जिंदगी तबाह कर दी. श्री यादव ने महेश शर्मा के खिलाफ भी थाने में एफआईआर कराने की बात कही है.

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