कोलकाता: लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में वामपंथियों पर होने वाले हमले समेत कई मुद्दों को लेकर बुधवार को विधानसभा में वाम विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल एमके नारायणन से मुलाकात की और संबंधित मुद्दों को लेकर ज्ञापन सौंपा. राज्यपाल से राजनीतिक हिंसा की घटनाओं पर अंकुश के लिए हस्तक्षेप की मांग की गयी.
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विधानसभा में विपक्ष के नेता व माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य डॉ सूर्यकांत मिश्र ने किया जबकि इस मौके पर सुभाष नस्कर, विश्वनाथ कारक, प्रबोध चंद्र सिन्हा, आनंदमय मंडल, परेश चंद्र अधिकारी मौजूद रहे.
राज्यपाल से मिलने के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए सूर्यकांत मिश्र ने कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले से ही राज्यभर में वामपंथी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है. उनपर हमले किये जा रहे हैं. चुनाव के दौरान चुनाव आयोग के समक्ष कई शिकायतें भी की गयीं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. चुनाव के दौरान वाममोरचा की ओर से बने पोलिंग एजेंटों और उनके परिजनों को निशाना बनाया जा रहा है. आरोप के मुताबिक इन हमलों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के शामिल होने के बावजूद प्रशासन द्वारा ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं. राजनीतिक हिंसा की घटनाओं के खिलाफ ठोस कदम उठाने को लेकर हाल ही में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ज्ञापन भी सौंपा गया था लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. इधर सारधा चिटफंड कांड का जिक्र करते हुए वाम नेता ने आरोप लगाया कि इस मामले की जांच में राज्य सरकार द्वारा सीबीआइ को सटीक व पर्याप्त मदद नहीं की जा रही है. इधर विगत मंगलवार को ईडेन गार्डेंस में क्रिकेट प्रशंसकों पर लाठीचार्ज की घटना का विरोध करते हुए राज्यपाल को अवगत कराया गया. वाम नेताओं ने राज्यपाल से उक्त मामलों में हस्तक्षेप की मांग की है. राज्यपाल ने इन मामलों को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया है.
हिंसा की घटनाओं का ब्योरा :
कूचबिहार सदर स्थित माकपा समेत वाम दलों के आठ कार्यालयों में तोड़फोड़ और जबरन कब्जा का आरोप. तूफानगंज और कूचबिहार सदर में वामंपथी कार्यकर्ता घर छोड़ने को मजबूर.
तृणमूल नेता की अगुवाई में जलपाईगुड़ी के कई चायबागानों के श्रमिकों पर हमला का आरोप. स्थानीय वापमंथी नेताओं को इलाके में नहीं घुसने दिया गया.
दार्जिलिंग के फूलबाड़ी में माकपा कार्यालय पर हमला, कई कार्यकर्ता घायल.
कोलकाता में माकपा के 17 कार्यालयों में तोड़फोड़ व कई वामंपथी कार्यकर्ताओं को झूठे मामले में फंसाने का आरोप.
हावड़ा के उदयनारायणपुर, आमता और उलुबेड़िया में वामपंथी कार्यकर्ता के घरों पर हमले और वाम दलों के तीन कार्यालयों में तोड़फोड़ का लगाया आरोप.
वीरभूम जिला के बोलपुर, सूरी, दुबराजपुर समेत कई इलाकों में वामदलों के कार्यालयों में आगजनी व कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप.