हावड़ा: नरेंद्र मोदी की तूफानी लहर के बावजूद हावड़ा जिले की दोनों सीटों पर कमल नहीं खिल सका. यहां की दोनों सीटों पर तृणमूल उम्मीदवारों ने अपनी रिकार्ड जीत का परचम दोबारा लहराया है, जबकि दूसरी ओर माकपा व कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी. चौंकानेवाली बात यह है कि इस चुनाव में हावड़ा संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार जार्ज बेकर को 2,48,120 वोट मिले हैं.
वर्ष 2013 में हावड़ा संसदीय क्षेत्र में हुए उप चुनाव में जहां तृणमूल प्रत्याशी प्रसून बनर्जी ने महज 26,981 वोट से जीत दर्ज की थी, वहीं इस चुनाव में प्रसून बनर्जी ने 1,96,956 वोटों से विजय प्राप्त की है. यही हाल उलबेड़िया संसदीय क्षेत्र का है. यहां से तृणमूल उम्मीदवार सुल्तान अहमद ने 2,01,205 वोटों से जीत का परचम लहराया है. उलबेड़िया संसदीय क्षेत्र से माकपा उम्मीदवार सबीरूद्दीन मोल्ला को 3,69,393, भाजपा उम्मीदवार आरके मोहंती को 1,37,069 व कांग्रेस प्रत्याशी असित मित्र को 67,815 वोट मिले हैं. दोनों संसदीय क्षेत्रों में कांग्रेस प्रत्याशियों को जनता ने पूरी तरह से नकार दिया है. वर्ष 2013 में हावड़ा संसदीय क्षेत्र में हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सनातन मुखर्जी को 96,739 को वोट मिले थे, लेकिन इस बार कांग्रेस प्रत्याशी मनोज पांडेय को सिर्फ 63,254 वोट से ही संतोष करना पड़ा है.
हावड़ा संसदीय क्षेत्र से माकपा उम्मीदवार श्रीदीप भट्टाचार्य को 291505 वोट मिले हैं, जबकि पिछले उपचुनाव में श्रीदीप भट्टाचार्य को 399389 मिले थे. इस चुनाव में श्री भट्टाचार्य को 107884 वोट कम मिले हैं. इस चुनाव में पहली बार लागू नोटा (किसी भी प्रत्याशी को वोट नहीं देना) के तहत हावड़ा संसदीय क्षेत्र में कुल 9929 मतदाताओं व उलबेड़िया में 8130 मतदाताओं ने नोटा का प्रयोग किया.