प्राप्त जानकारी के मुताबिक एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ट्रस्ट ऑफ इंडिया नामक एक कागजी तौर पर चिटफंड कंपनी खोलकर सुब्रत ने इस कंपनी में नौकरी देने का विज्ञापन दिया था. इससे जुड़ने वाले युवकों से 1600 रुपये प्रोसेसिंग फीस के तौर पर ली गयी. इसके बावजूद ना ही किसी भी युवक का इंटरव्यू हुआ और ना ही किसी को नौकरी मिली.
इसके बाद तथागत मुखर्जी नामक एक युवक ने भवानीपुर थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी थी. जिसके बाद पुलिस ने सुब्रतो अधिकारी नामक आरोपी को भवानीपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. जांच में पुलिस को पता चला कि इसके पहले आरोपी ने सुमंगल नामक चिटफंड कंपनी खोलकर लोगों से लाखों रुपये वसूले थे. उस मामले में लालबाजार की टीम इसे पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है.