लखनऊ : वरुण गांधी ने आज हथियार सौदे में नाम सामने आने और हनी ट्रैप का शिकार होने के मामले में खुलकर अपना बचाव किया है. वरुण ने कहा, मैं उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा, जो इस मामले में बेवजह मेरा नाम घसीट रहे हैं , अमेरिकी व्हिसल ब्लोअर एडमंड्स एलन द्वारा पीएम को लिखी चिट्ठी का जवाब देते हुए वरुण ने कहा, मैं एडमंड्स एलन से कभी नहीं मिला उन्होंने मुझपर आरोप लगाते हुए चिट्ठी लिखी है जबकि मैं उनसे एक बार भी नहीं मिला हूं.
मैं उन सभी आरोपों को निराधार साबित कर दूंगा जो मुझ पर लगाये गये हैं. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और भाजपा के कई कार्यकर्ता वरूण को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में देखते हैं. केंद्रीय मंत्री व वरुण गांधी की मां मेनका गांधी ने भी यूपी के अगले सीएम के रूप में अपने बेटे को प्रोजेक्ट करने की कोशिश की है. ऐसे में उन पर हनी ट्रैप के लगे आरोप उनकी छवि को गंभीर नुकसान पहुंचा रहे हैं.
पार्टी के कई बड़े नेता भी इस मामले में वरुण का सीधे बचाव करने से बच रहे हैं. राजनीतिक सूत्र तो यहां तक कहते हैं कि आला कमान ने प्रवक्ताओं से वरुण का बचाव नहीं करने को कहा है. उमा भारती से जब हनी ट्रैप पर सवाल किया गया तो उन्होंंने कहा कि यह हनी नहीं पानी का मामला है जिसमें अच्छे-अच्छे डूब जाते हैं.
वरूण गांधी इस मामले में खुद को निर्दोष बता रहे हैं उनका कहना है कि 2004 के बाद से उन्होंने कभी हथियार डीलर अभिषेक वर्मा से मुलाकात नहीं की. अगर इन आरोपों में 1 फीसदी भी सच्चाई निकली तो हमेशा के लिए राजनीति छोड़ देंगे. वरुण इस मामले में सफाई दे चुके है इसके बावजदू भी मामला शांत होता नजर नहीं आ रहा है.
यूपी चुनाव के मद्देनजर विरोधी पार्टियां इसे एक अहम मुद्दा बनाकर पेश करने की कोशिश कर रही है वहीं नयी पार्टी स्वराज इंडिया ने भी इस पर कड़ा रुख अपनाया है. योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने इस मामले में सवाल उठाया है कि सब कुछ जानते हुए भी केंद्र सरकार ने क्यों नहीं कार्रवाई की? प्रशांत भूषण पर पलटवार करते हुए वरुण गांधी ने उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी है.