UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में अपनी खोई हुई साख को हासिल करने में जुटी कांग्रेस को अगले साल होने वाले चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है. महोबा, जालौन और हमीरपुर में कांग्रेस के कई बड़े नेता सपा में शामिल हो गए. इसमें हमीरपुर के राठ से विधायक रहे गयादीन अनुरागी, जालौन के उरई से विधायक रहे विनोद चतुर्वेदी और महोबा के दिग्गज कांग्रेस नेता मनोज तिवारी शामिल हैं.
हमीरपुर के राठ से पूर्व विधायक गयादीन अनुरागी पहले बसपा में थे. बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए. उन्होंने 2012 में कांग्रेस के टिकट से राठ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और विजयी हुए. उन्हें एक लाख वोट से जीत मिली थी. राठ से 2017 में भी उन्होंने चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार बीजेपी की मनीषा अनुरागी के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा. सपा की साइकिल पर सवार होने से माना जा रहा है कि उन्हें 2022 में पार्टी की तरफ से टिकट मिल सकता है. गयादीन ने राजनीति की शुरुआत छात्र रहते की थी.
जालौन के उरई से विधायक रहे विनोद चतुर्वेदी प्रियंका गांधी के सलाहकार समिति के सदस्य थे. उन्हें बुंदेलखंड में कांग्रेस का मजबूत चेहरा माना जात था. वे जालौन से तीन बार कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे. उन्हें कांग्रेस का प्रदेश उपाध्यक्ष भी बनाया गया. साल 2007 में वे पहली बार उरई विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने थे. हालांकि, ममाधौगढ़ विधानसभी सीट से 2012 और 2017 में हार का सामना करना पड़ा.
महोबा के दिग्गज कांग्रेसी नेता मनोज तिवारी के पिता बाबूलाल तिवारी महोबा सीट से पांच बार विधायक रहे. उनका कांग्रेस में बड़ा कद था. मनोज तिवारी अपने पिता की राजनीतिक विरासत को संभाले हुए कांग्रेस में जमे हुए थे. शुक्रवार को उन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़कर सप की साइकिल पर सवार हो गए.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि लोग लगातार सपा से जुड़ रहे हैं. सभी जाति वर्ग के लोग आगे आकर इस लड़ाई में समाजवादी पार्टी का साथ दे रहे है. भाजपा ने जनता को धोखा के अलावा कुछ नहीं दिया हैं. आने वाले समय में सब साथी मिलकर सपा सरकार बनाएंगे. हम भरोसा दिलाते हैं कि बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर के बनाएं संविधान और डाॅ0 राममनोहर लोहिया के रास्ते पर चलकर समाज और देश को खुशहाली के रास्ते पर ले जाने का काम करेंगे.
Posted By: Achyut Kumar